जंगल में मिली 10 करोड़ रुपए की नकदी और 52 किलो सोने के मालिक का खुलासा हो गया है। सूत्रों के अनुसार, यह संपत्ति परिवहन विभाग के पूर्व कर्मचारी आरटीओ कांस्टेबल सौरभ शर्मा की है। लोकायुक्त द्वारा किए गए छापे में सौरभ शर्मा के घर से भारी मात्रा में नकदी, गहने और अचल संपत्ति के कागजात भी बरामद हुए हैं।
भोपाल में गुरुवार को लोकायुक्त पुलिस ने सौरभ शर्मा के ठिकानों पर छापेमारी की, जिसमें दो करोड़ 85 लाख रुपए नकद, एक करोड़ रुपए मूल्य के सोने और चांदी के गहने, साथ ही अचल संपत्ति में निवेश संबंधी दस्तावेज मिले थे। अब यह जानकारी सामने आई है कि सौरभ शर्मा का एक बिजनेस पार्टनर बिल्डर सीएस गौर है, और कार जो छापे के दौरान बरामद हुई थी, वह भी सीएस गौर के नाम पर रजिस्टर्ड है।
लोकायुक्त पुलिस ने सौरभ शर्मा के बैंक लॉकर्स और उसकी अन्य संपत्तियों की जानकारी हासिल करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। हालांकि, सौरभ शर्मा फिलहाल पुलिस की गिरफ्त से बाहर है। उसके परिजनों ने दावा किया है कि वह मुंबई में है, जबकि कुछ सूत्रों ने उसे दुबई जाने का भी हवाला दिया है।
छापे के दौरान पुलिस को एक सफेद रंग की इनोवा कार में सोने और नकदी के बैग मिले। यह कार मेंडोरी-कौशलपुर रोड पर जंगल में छिपाई गई थी। रात को पुलिस को कार के बारे में सूचना मिली और लगभग 100 पुलिसकर्मियों की टीम ने जंगल से कार को बरामद किया। कार के शीशे तोड़कर जब बैग बाहर निकाले गए तो उसमें करीब 52 किलो सोना और 9.86 करोड़ रुपए नकद मिले, जिनकी कीमत करीब 40 करोड़ रुपए आंकी जा रही है।
लोकायुक्त पुलिस ने इस प्रकरण में और जांच शुरू कर दी है और सौरभ शर्मा के ठिकानों पर फिर से छापेमारी की तैयारी कर रही है।