उत्तराखण्ड एक्सीडेंट कुमाऊं नैनीताल हल्द्वानी

दर्दनाक हादसा… हल्द्वानी-नैनीताल मार्ग में खाई में गिरी बाइक, दोस्तों की मौत

खबर शेयर करें -

हल्द्वानी: नैनीताल जिले में सड़क हादसों की श्रृंखला में एक और दर्दनाक घटना सामने आई है। नैनीताल-हल्द्वानी रोड पर बीती देर शाम एक बाइक पुल से गिर गई, जिसमें बाइक सवार दो युवकों की जान चली गई। यह हादसा नैनीताल रोड के आमपड़ाव के पास मटियाली बैंड के समीप हुआ, जहां दोनों युवक बाइक समेत पुल से 70 फीट गहरी खाई में गिर गए।

यह भी पढ़ें 👉  हल्द्वानी... अतिक्रमण पर बड़ी कार्रवाई, कब्जा मुक्त हुआ ये भवन

घटना की जानकारी मिलते ही ज्योलीकोट पुलिस, दमकल और एसडीआरएफ की टीम तुरंत मौके पर पहुंची। करीब एक घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद टीम ने दोनों युवकों को गंभीर हालत में खाई से निकाला और 108 एंबुलेंस के माध्यम से उन्हें हल्द्वानी स्थित सुशीला तिवारी अस्पताल भेजा। अस्पताल पहुंचने पर डॉक्टर ने दोनों को मृत घोषित कर दिया।

यह भी पढ़ें 👉  हद हो गई... महिला को फोन पर दुष्कर्म की धमकी, मुकदमा

मृतकों की पहचान नैनीताल के जॉय विला कम्पाउंड निवासी हाईकोर्ट की अधिवक्ता लता नेगी के बेटे वैभव और उसके दोस्त अर्पित चौहान के रूप में हुई है। दोनों युवक हल्द्वानी से नैनीताल लौट रहे थे, तभी बाइक अनियंत्रित हो गई और दुर्घटना का शिकार हो गए। इस हादसे के बाद मृतकों के परिवारों में शोक की लहर दौड़ गई है। पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।

यह भी पढ़ें 👉  कोर्ट का बड़ा फैसला...नगर निगम पार्षद का निर्वाचन रद्द, रिटर्निंग ऑफिसर पर हो कार्रवाई
हिल दर्पण डेस्क

हिल दर्पण डेस्क

About Author

"हिल दर्पण" उत्तराखण्ड तथा देश-विदेश की ताज़ा ख़बरों व समाचारों का एक डिजिटल माध्यम है। अपने विचार अथवा अपने क्षेत्र की ख़बरों को हम तक पहुंचानें हेतु संपर्क करें। धन्यवाद! Email: [email protected]

You may also like

उत्तराखण्ड धर्म/संस्कृति बागेश्वर

उत्तराखंड को माना जाता है शिवजी का ससुराल, यह है मान्यता      

खबर शेयर करें -उत्तराखंड में कई प्राचीन शिव मंदिर हैं जिनके बारे में मान्यता है कि सच्चे मन से मांगी
उत्तराखण्ड देहरादून मौसम

*मौसम विभाग की चेतावनी- पहाड़ों में होगी बारिश और बर्फबारी, कोहरे की आगोश में रहेंगे यह जिले*

खबर शेयर करें -देहरादून। उत्तराखंड में एक बार फिर मौसम बदलने को तैयार है। इस बीच उच्च हिमालयी क्षेत्रों में