पिथौरागढ़। यहां पति ने पत्नी को ग्राम प्रधान बनाने के लिए फर्जी प्रमाण लगा दिए। इसके माध्यम से चुनाव प्रणाली और जिला प्रशासन को गुमराह किया गया। मामला तब खुला, जब इसकी शिकायत पुलिस में की गई। जांच के बाद पुलिस ने आरोपी पति को गिरफ्तार कर लिया है। साथ ही प्रधान समेत तीन अन्य को नोटिस भेजा गया है।
पुलिस के अनुसार साल 2019 से हेमा देवी प्रधान गलाती धारचूला के फर्जी शैक्षिक प्रमाण पत्रों के आधार पर चुनाव प्रणाली के साथ धोखाधड़ी करने के सम्बन्ध में धारचूला निवासी हरी प्रसाद द्वारा जिलाधिकारी पिथौरागढ़ को तहरीर दी। आरोप लगाया कि हेमा देवी द्वारा कक्षा 5 व कक्षा 8 के जाली प्रमाण पत्र बनवाकर निर्वाचन कार्यालय धारचूला, जिलाधिकारी कार्यालय पिथौरागढ़ को झूठी जानकारी दी गयी थी।
जिलाधाकारी कार्यालय से तहरीर पिथौरागढ़ पुलिस को प्राप्त हुई। जिस पर पुलिस अधीक्षक पिथौरागढ़ के दिशा निर्देशन में कोतवाली धारचुला में उक्त प्रकरण से सम्बन्धित तीन लोगों हेमा देवी निवासी गलाती धारचूला, पुष्कर वर्मा निवासी बगीचा धारचुला तथा गायत्री विद्यामन्दिर धारचूला के तत्कालीन प्रधानाचार्य के विरूद्ध धारा 420/467/468/471/120B IPC के तहत अभियोग पंजीकृत किया गया।
विवेचना के दौरान मुख्य अभियुक्त के रूप में प्रधान हेमा के पति हरि राम पुत्र स्व. बच्ची राम निवासी रूपखेत, गलाती का होना प्रकाश में आया। पुलिस अधीक्षक पिथौरागढ़ ने बताया कि लोकेश्वर सिंह के निर्देशन में, पुलिस उपाधीक्षक पिथौरागढ़ परवेज अली के पर्यवेक्षण में उक्त अभियोग की विवेचना कर रही कोतवाली धारचुला पुलिस टीम द्वारा मुख्य आरोपी हरी राम को गिरफ्तार किया गया। अभियुक्त को न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत कर न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया है।