हल्द्वानी: स्टोन क्रशर्स और ट्रांसपोर्टर्स के बीच उपखनिज की आपूर्ति और रेट को लेकर चल रहे विवाद का शांतिपूर्ण समाधान हुआ है। इस समाधान के बाद, स्टोन क्रशर्स एसोसिएशन से जुड़े सभी स्टोन क्रशर स्वामियों ने सभी सहयोगियों का आभार व्यक्त किया है।
विगत कुछ दिनों से, स्टोन क्रशर्स और ट्रांसपोर्टर्स के बीच आपूर्ति मूल्य को लेकर विवाद चल रहा था, जिसका असर खनन कार्य पर पड़ रहा था। लेकिन अब इस विवाद का सफलतापूर्वक समाधान हो जाने के बाद उपखनिज की आपूर्ति फिर से शुरू हो गई है, जिससे सभी संबंधित पक्षों में खुशी की लहर है। समाधान के लिए हुई बैठक में सभी पक्षों की सहमति से नदी के किनारे स्थित क्रशर्स के लिए 28 रूपये प्रति टन का बेस रेट तय किया गया, और इसके साथ ही अन्य स्टोन क्रशर्स के लिए दूरी के आधार पर रेट तय करने पर भी सहमति बनी।
बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि भविष्य में किसी भी प्रकार के विवाद से बचने के लिए नियमित बैठकें आयोजित की जाएंगी और रॉयल्टी रेट में कमी लाने के लिए सरकार से अनुरोध किया जाएगा। हड़ताल के समाप्त होने और काम के फिर से शुरू होने पर खनन से जुड़े सभी वाहन स्वामियों, मजदूर वर्ग, कर्मचारियों और ट्रांसपोर्टर्स ने अपनी खुशी व्यक्त की और कार्य में तेजी आने का स्वागत किया।
यहां बता दें कि गौला नदी के गेटों से 6963 वाहन खनन करते हैं। जिनमें शीशमहल गेट पर 383, राजपुरा 237, इंद्रा नगर 709, आंवला चौकी 707, गोरापड़ाव 1098, मोटाहल्दू 733, बेरीपडाव 812 व हल्दूचौड गेट में 614 वाहन पंजीकृत हैं। जबकि देव रामपुर गेट में 559, लालकुआं 756, शान्तीपुरी गेट पर इन वाहनों की संख्या 355 है।