कुमाऊं की शांत वादियों में बढ़ती हैवानियत की घटनाओं ने हर किसी में आक्रोश देखा जा रहा है। सरोवर नगरी नैनीताल में 12 वर्षीय एक नाबालिग बच्ची के साथ कथित दुष्कर्म की घटना ने पूरे शहर को झकझोर कर रख दिया है। घटना के आरोपी, लगभग 65 वर्षीय एक बुजुर्ग को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है, लेकिन इसके बाद भी जनता का गुस्सा शांत नहीं हुआ है। शहर में दूसरे दिन भी विरोध प्रदर्शन जारी हैं और सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है।
पुलिस के अनुसार, बच्ची के साथ दुष्कर्म की जानकारी मंगलवार देर शाम को मिली, जिसके बाद पीड़िता को तत्काल मेडिकल परीक्षण के लिए ले जाया गया। जैसे-जैसे यह खबर फैली, स्थानीय लोग बड़ी संख्या में कोतवाली पहुंचने लगे और देर रात तक विरोध प्रदर्शन जारी रहा।
बुधवार को शहर के विभिन्न संगठनों, वकीलों और आम नागरिकों ने मिलकर विरोध मार्च निकाला। प्रदर्शनकारियों ने मंडलायुक्त कार्यालय पहुंचकर मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा, जिसमें प्रशासनिक लापरवाही और क्षेत्र में रह रहे बाहरी लोगों के सत्यापन की मांग की गई है।
प्रमुख मांगें इस प्रकार हैं:
आरोपी के खिलाफ फास्ट-ट्रैक कोर्ट में सुनवाई कर शीघ्रतम सजा सुनिश्चित की जाए।
आरोपी की संपत्ति जब्त की जाए, ताकि अपराध के प्रति डर बना रहे।
आरोपी के आपराधिक इतिहास की जांच कर पुलिस की भूमिका की समीक्षा की जाए।
नैनीताल में रह रहे सभी बाहरी व्यक्तियों का पुलिस सत्यापन अनिवार्य किया जाए।
अवैध रूप से रह रहे विदेशी नागरिकों की पहचान कर आवश्यक कार्रवाई की जाए।
स्थानीय युवाओं को रोजगार, दुकान और वेंडिंग ज़ोन जैसे अवसरों में प्राथमिकता दी जाए।
प्रशासनिक निगरानी के लिए नागरिकों, पुलिस और अधिकारियों की संयुक्त समिति बनाई जाए।
घटना के विरोध में तल्लीताल और मल्लीताल के बाजार बंद रहे। होटल और रेस्टोरेंट बंद होने से शहर में आए पर्यटक काफी परेशान नजर आए। इस स्थिति को देखते हुए तल्लीताल व्यापार मंडल ने पर्यटकों के लिए अस्थायी रूप से लंगर की व्यवस्था की है।
संयुक्त मजिस्ट्रेट वरुणा अग्रवाल और मंडलायुक्त दीपक रावत ने मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया। पुलिस ने मामले में कड़ी कार्रवाई का भरोसा दिलाया है और लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है।