उत्तराखंड में जिला पंचायत चुनाव के बीच नैनीताल में बड़ा विवाद खड़ा हो गया है। जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में एक मतपत्र में टेम्परिंग या ओवरराइटिंग किए जाने का आरोप लगा है। याचिकाकर्ता की ओर से उनके अधिवक्ता ने कोर्ट में इस मामले से जुड़ी वीडियो टेम्परिंग की रिकार्डिंग प्रस्तुत की है।
मुख्य न्यायधीश की अध्यक्षता वाली खण्डपीठ ने याचिकाकर्ता, राज्य सरकार, चुनाव आयोग के अधिवक्ताओं और दोनों अध्यक्ष पद के प्रत्याशियों को इस वीडियो और सीसीटीवी फुटेज को देखने का निर्देश दिया है। यह फुटेज और वीडियो गुरुवार सुबह 11 बजे जिलाधिकारी कार्यालय नैनीताल में दिखाई जाएगी। इसके लिए ट्रेजरी के लॉकर में रखे गए फुटेज उपलब्ध कराए जाएंगे।
हाईकोर्ट की खण्डपीठ, जिसमें मुख्य न्यायधीश न्यायमूर्ति जी नरेंद्र और न्यायमूर्ति सुभाष उपाध्याय शामिल हैं, ने स्पष्ट किया है कि वीडियो और सीसीटीवी फुटेज देखने की प्रक्रिया में दोनों पक्षों के तीन-तीन अधिवक्ता, चुनाव आयोग के अधिवक्ता तथा दोनों प्रत्याशी शामिल होंगे, कुल मिलाकर नौ लोग। इसके अतिरिक्त, इस दौरान आसपास भीड़ को नियंत्रित करने की जिम्मेदारी एसपी सिटी नैनीताल डॉ. जगदीश चंद्र को दी गई है।