हल्द्वानी। आयुक्त और सचिव मुख्यमंत्री दीपक रावत ने सोमवार को हल्द्वानी में 2200 करोड़ रुपये की लागत से एशियन डेवलपमेंट बैंक (ADB) द्वारा सहायतित एकीकृत शहरी अवसंरचना विकास परियोजना के अंतर्गत चल रहे कार्यों की समीक्षा की। रावत ने कहा कि कुमाऊं के प्रवेश द्वार हल्द्वानी के लिए यह परियोजना अत्यधिक महत्वपूर्ण है, और मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार परियोजना की निगरानी सभी स्तरों पर सुनिश्चित की जा रही है।
इस अवसर पर आयुक्त रावत ने कार्यों की गुणवत्ता और समयबद्धता पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए। साथ ही, उन्होंने कहा कि वे शीघ्र ही परियोजना का स्थलीय निरीक्षण करेंगे ताकि परियोजना की प्रगति का सही आकलन किया जा सके।
प्रोजेक्ट मैनेजर कुलदीप सिंह ने बताया कि 336 करोड़ रुपये की लागत से हल्द्वानी तहसील परिसर में अत्याधुनिक बहुमंजिला भवन का निर्माण किया जाएगा, जिसकी टेंडर प्रक्रिया प्रारंभ हो चुकी है। इस भवन में तहसील, उपजिलाधिकारी कार्यालय, उपनिबंधक कार्यालय, लाइब्रेरी, प्रेस क्लब, सेंट्रल रिकॉर्ड रूम, CMC कंट्रोल रूम, सर्विलांस सेंटर और लगभग 650 वाहनों की पार्किंग की व्यवस्था की जाएगी।
सिंह ने बताया कि 30 करोड़ रुपये की लागत से 1500 मीटर लंबा रकसिया नाला आउटफॉल कार्य लगभग 90% पूरा हो चुका है, और शेष कार्य जून माह तक, वर्षाकाल से पूर्व, पूरा कर लिया जाएगा।
इसके साथ ही, हल्द्वानी शहर में 766 किमी लंबी पेयजल लाइन बिछाने का काम जारी है, जिसमें से अब तक 250 किमी कार्य पूरा हो चुका है। वहीं, 120 किमी लंबी सीवरेज लाइन में से 40 किमी का काम भी पूरा किया जा चुका है। पेयजल योजना के अंतर्गत 14 सतही जलाशयों में से दो का निर्माण प्रगति पर है, और 23 वार्डों में ओवरहेड टैंक, पाइपलाइन, आठ नए ट्यूबवेल तथा 25 मौजूदा टैंकों के सुदृढ़ीकरण का कार्य भी चल रहा है।
128 करोड़ रुपये की लागत से वॉकवे से शनिबाजार तक वर्षा जल प्रबंधन का कार्य चल रहा है, जबकि वर्षाकाल में नैनीताल रोड पर जलभराव की समस्या को दूर करने के लिए सात आउटफॉल का निर्माण किया जा रहा है, जिनके माध्यम से वर्षा जल को गौला नदी में छोड़ा जाएगा।
सिंह ने यह भी जानकारी दी कि मंडी से तीनपानी तक फोरलेन सड़क निर्माण कार्य के लिए टेंडर प्रक्रिया गतिमान है। इसके साथ ही, नैनीताल और कालाढूंगी सड़क के लिए 115 करोड़ रुपये की लागत से अत्याधुनिक सड़क निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा।
इस बैठक में सिटी मजिस्ट्रेट ए.पी. बाजपेयी, प्रोजेक्ट मैनेजर कुलदीप सिंह, संयुक्त निदेशक अर्थ-संख्या राजेन्द्र तिवारी सहित अन्य अधिकारी भी उपस्थित रहे।