देश में बढ़ रहे भूकंप के झटकों के बीच बुधवार की सुबह एक बार फिर धरती डोल गई। इस बीच छत्तीसगढ़ के तेलंगाना में भी भूकंप महसूस किया गया। बताया जाता है कि छत्तीसगढ़ के दक्षिण बस्तर में पहली बार भूकंप के झटके दर्ज किए गए। रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 5.3 मापी गई। राहत की बात यह कि भूकंप से अभी तक कहीं से जान-माल के नुकसान की सूचना नहीं है।
भूकंप के झटके दक्षिण बस्तर के दंतेवाड़ा, सुकमा और बीजापुर जिलों में महसूस किए गए। भूकंप के बाद डर से बड़ी संख्या में लोग घरों से बाहर निकल आए। स्थानीय लोगों ने बताया कि पहली बार है जब दक्षिण बस्तर में भूकंप के झटके महसूस हुए हैं। ऐसे में यहां लोगों में दहशत का माहौल है।
पहले तो लोग समझ नहीं पाए लेकिन बाद में भूकंप के झटके महसूस किए जाने पर लोग दहशत में आ गए। स्थानीय लोगों ने बताया कि उन्होंने दक्षिण बस्तर में इससे पहले कभी इतना तेज भूकंप नहीं महसूस किया था। हम तो भूकंप आने की बात भी नहीं सोच सकते थे लेकिन जब पता चला कि ये भूकंप के झटके हैं तब से यह चर्चा का विषय बन गया है।
यूनिवार्ता की रिपोर्ट के मुताबिक, पड़ोसी राज्य तेलंगाना के मुलगु जिला भूकंप का केंद्र था। भूकंप के इन झटकों से किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। हैदराबाद से मिली रिपोर्ट में कहा गया है कि तेलंगाना के मुलुगु जिले में सुबह भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए।
राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केन्द्र (एनसीएस) के अनुसार, हैदराबाद, रंगा रेड्डी, वारंगल, सिद्दीपेट, हनुमकोंडा और खम्मम सहित तेलंगाना के विभिन्न जिलों में कई स्थानों पर सुबह करीब 07.27 बजे भूकंप को महसूस किया गया। भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 5.3 मापी गई।
भूकंप का केंद्र जमीन की सतह 18.44 उत्तरी अक्षांश और 80.24 पूर्वी देशांतर में 10 किलोमीटर की गहराई में था। तेलंगाना के मौसम वैज्ञानिक ने कहा कि बीते 20 वर्षों में पहली बार राज्य में इतना तगड़ा भूकंप देखा गया। इसका केंद्र मुलुगु में था। भूकंप की तीव्रता 5.3 दर्ज की गई। अधिकारियों ने बताया कि भूकंप के ये झटके राज्य भर में महसूस किए गए।