गर्मी के मौसम में दिन प्रतिदिन बढ़ रही पेयजल किल्लत को देखते हुए जल संस्थान ने पानी की बर्बादी करने वालों के खिलाफ सख्त रवैया अख्तियार कर लिया है। पीने के पानी की बर्बादी करने वालों के खिलाफ जल संस्थान दस हजार रुपये का जुर्माना लगा रहा है।
बीते सप्ताह ऐसे 25 लोगों के खिलाफ ढाई लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया। इन दिनों पूरे पछुवादून क्षेत्र में पेयजल किल्लत छाई हुई है। ये अलग बात है कि इस साल के अंत तक जल जीवन मिशन के तहत प्रत्येक घर में 24 घंटे शुद्ध पेयजल आपूर्ति किए जाने के दावे बीते तीन साल से किए जा रहे हैं।
पछुवादून में तो जल जीवन मिशन के तहत 95 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है। इसके साथ ही विकासनगर ब्लॉक के ग्रामीण क्षेत्रों में 64 करोड़ की पेरी अर्बन योजना भी बीते साल बनकर तैयार हो चुकी है। नगर पालिका क्षेत्र के लिए डेढ़ सौ करोड़ की विश्व बैंक पोषित योजना तीन साल से बन रही है। बावजूद इसके यह भी सच्चाई है कि शहर से लेकर गांवों तक पीने के पानी का भयंकर संकट बना हुआ है।
ऐसे में जिन निचले क्षेत्रों में पर्याप्त पानी पहुंच रहा है, वहां लोग उसकी बर्बादी भी कर रहे हैं। बीते सप्ताह जल संस्थान ने केसर बाग, वादी मोहल्ला और शिवलोक कॉलोनी में पीने के पानी से सिंचाई करने और वाहन धोने वालों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए दस-दस हजार का जुर्माना लगाया है।