हरियाणा और जम्मू-कश्मीर चुनाव के नतीजे आने लगे हैं। हरियाणा के चुनावी रुझान बताते हैं कि भारतीय जनता पार्टी (BJP) जबरदस्त बहुमत के साथ जीत की ओर बढ़ रही है, जबकि कांग्रेस को 40 सीटों का आंकड़ा छूना भी मुश्किल हो रहा है। बीजेपी के मंत्री अनिल विज अंबाला कैंट सीट से आगे चल रहे हैं, और मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी भी अपनी सीट पर बड़े अंतर से आगे हैं। बीजेपी को भरोसा है कि वह लगातार तीसरे कार्यकाल के लिए सत्ता बरकरार रख सकेगी, जबकि कांग्रेस 10 साल बाद सत्ता में वापसी की उम्मीद कर रही है।
हरियाणा की 90 सीटों पर 464 निर्दलीय और 101 महिलाओं सहित कुल 1,031 उम्मीदवार मैदान में हैं। मतदान 5 अक्टूबर को एक चरण में हुआ, जिसमें 67.90 फीसदी मतदान दर्ज किया गया।
दूसरी ओर, जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के नतीजे भी आने लगे हैं। अब तक नौ सीटों पर नतीजे आ चुके हैं, जिनमें तीन पर नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) और 6 पर भाजपा जीत दर्ज कर चुकी है। इंडिया गठबंधन 48 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है, जबकि भाजपा जम्मू की सीटों पर 23 सीटों में आगे है।
नेशनल कॉन्फ्रेंस अपने दम पर 40 सीटों पर बढ़त बना रही है, जबकि पीडीपी की स्थिति खराब नजर आ रही है। पीडीपी नेता इल्तिजा मुफ्ती ने अपनी हार स्वीकार की है, और उनकी पार्टी केवल 5 सीटों पर आगे चल रही है। भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष रविन्द्र रैना अपनी सीट नौसेरा से 11 हजार से ज्यादा वोटों से पीछे हैं।
जम्मू-कश्मीर में यह चुनाव विशेष महत्व रखता है, क्योंकि यह परिसीमन के बाद हो रहे पहले चुनाव हैं। 5 अगस्त 2019 को केंद्र सरकार ने धारा 370 हटाकर कश्मीर को केंद्र शासित प्रदेश बना दिया था, जिससे यहां राजनीतिक माहौल में काफी बदलाव आया है। सभी पार्टियां आज अपनी जीत का परचम लहराने के लिए उत्सुक हैं, और यह देखना होगा कि मुख्यमंत्री पद की कुर्सी पर कौन बैठेगा।