‘बगल में छोरा, गांव में ढिंढोरा’। अल्जीरिया में यह मुहावरा पूरी तरीके से चरितार्थ हुआ है। 1998 में अल्जीरियाई गृहयुद्ध के दौरान लापता एक व्यक्ति पड़ोसी के घर में मिला है। जिस समय वह लापता हुआ उस समय उसकी उम्र 19 साल थी। अब 26 साल के बाद वह अपने घर लौटा है। परिजनों ने इस बात की स्वीकार कर लिया था कि या तो उसकी हत्या कर दी गई थी या फिर उसका अपहरण कर लिया गया था।
अल्जीरिया के न्याय मंत्रालय ने मंगलवार को इसकी जानकारी देते हुए बताया कि 26 साल से लापता अल्जीरियाई व्यक् उमर बी अपने पड़ोसी के घर से कुछ ही दूरी पर पाया गया है।
घर में विरासत को लेकर झगड़ा हुआ। उसके भाई के द्वारा सोशल मीडिया में अपने भाई को लेकर कई पोस्ट किए गए। अब वह 45 साल की उम्र में है। उसे जेल्फ़ा शहर में लगभग 200 मीटर दूर घास के ढेर के बीच पाया गया। मंत्रालय ने कहा कि एल गुएडिड में नगर पालिका में 61 वर्षीय दरबान को भागने की कोशिश के बाद उसे हिरासत में ले लिया गया।
अल्जीरियाई मीडिया ने बताया कि पीड़ित ने कहा कि वह मदद के लिए पुकारने में असमर्थ था, क्योंकि अपहरकर्ताओं ने उस पर जादू कर दिया था।
मंत्रालय ने कहा कि जांच अभी भी जारी है। पीड़िता को उसके खिलाफ हुआ जघन्य अपराध के बाद चिकित्सा और मनोवैज्ञानिक देखभाल मिल रही है।