इस वक्त दुनिया में जिस तरह से युद्ध छिड़ा है, उसे देखते हुए आतंकी प्रयागराज कुम्भ को भी निशाना बना सकते हैं। ऐसे में इस बार महाकुम्भ में सुरक्षा का दायरा बढ़ाना होगा।
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के महामंत्री महंत हरि गिरि ने शुक्रवार को प्रयागराज में हुई परिषद की बैठक के बाद यह बड़ा बयान दिया। महंत हरि गिरि ने कहा कि इस वक्त जबकि महाकुम्भ शुरू होने में कुछ ही महीने का समय बचा है उसी दौरान दुनिया में युद्ध छिड़ गया है। उन्होंने कहा कि गैर सनातनी शक्ति भारत में माहौल बिगाड़ सकती है।
महंत हरि गिरि ने उदाहरण देकर कहा कि हरिद्वार कुम्भ 2010 पर भी आतंकी साए की बात कही गई थी। ऐसे में इस वक्त भी इससे इनकार नहीं किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि अयोध्याजी, वाराणसी और अक्षरधाम में आतंकी हमले हो चुके हैं। ऐसे में आपको हर बारे में चिंतन करना होगा। महंत ने कहा कि हालांकि हमारी पुलिस और सेना आतंकियों के मंसूबे पर पानी फेरने में पूरी तरह से सक्षम है। अगर जरूरत पड़ी तो उनके गढ़ (एक धार्मिक स्थल का नाम लेते हुए) में घुसकर मारेंगे, फिर भी इस बार कुछ काम जरूरी है।
हरि गिरि ने कहा कि आज आतंकी पीएम और सीएम तक को धमकी देने से नहीं चूकते हैं। मेला क्षेत्र में आने वाले बड़े से बड़े साधु संत की पहचान पूरी तरह से दर्ज होनी चाहिए। फिर चाहे वो अखाड़ा परिषद का अध्यक्ष हो या फिर महामंत्री। कोई भी बहरूपिया के रूप में अंदर न आ सके, इसके लिए यह बेहद जरूरी है। हर वाहन का पूरा ब्योरा पुलिस के पास दर्ज होना चाहिए और वही वाहन मेला क्षेत्र में आएं।
उन्होंने साधु संतों से भी यही अपील की है कि आने वाले श्रद्धालुओं का आधार कार्ड और पहचान पत्र अपने साथ रखें। महंत हरि गिरि ने कहा कि मेला क्षेत्र में उन्हीं लोगों को तैनाती मिलनी चाहिए जो मांसाहार न करते हों और सनानत धर्म का सम्मान करते हों फिर वो चाहे किसी भी जाति या संप्रदाय के हों। उन्होंने सनातन धर्म पर लगातार हो रही राजनीतिक टिप्पणी पर भी नाराजगी जाहिर की।