नैनीताल। मल्ला ऊंचाकोट हादसे के शिकार नेपाल के आठ मजदूरों को शायद इसका अंदाजा नहीं होगा कि जल जीवन मिशन के तहत पेयजल योजना का जो काम उन्होंने पूरा किया है, वह उनका आखिरी काम होगा। मजदूर पेयजल योजना के निर्माण के लिए हल्द्वानी से मल्ला ऊंचाकोट पहुंचे थे। दो महीने तक गांव में ही रहने के बाद काम खत्म होने पर वह पिकअप वाहन बुक कर हल्द्वानी लौट रहे थे।
मल्ला ऊंचाकोट में पिछले दो महीने से पेयजल लाइन बिछाने का कार्य चल रहा था। मंगलवार को ही योजना का काम पूरा हुआ था। बताया जा रहा है कि मजूदरों ने मंगलवार की सुबह का इंतजार किए बिना सोमवार की देरशाम ही हल्द्वानी जाने का निर्णय लिया।
मजदूरों ने अपना सारा सामान पिकअप में लादा और रवाना हो गई। अभी कुछ ही दूरी का सफर तय हुआ था कि हादसा हो गया। पिकअप अनियंत्रित होकर गहरी खाई में जा गिरी। मल्ला ऊंचाकोट के ग्राम प्रधान अर्जुन सिंह बोरा ने बताया कि मजदूर दो महीने से पेयजल योजना का काम कर रहे थे। सोमवार की शाम को ही काम खत्म हुआ था। मजदूर दो महीने से गांव में ही रह रहे थे।