उत्तराखंड के कुमाऊं मंडल में एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है, जहां दो युवकों ने मिलकर एक नाबालिग किशोरी को बहला-फुसलाकर घर से भगा दिया। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया और किशोरी को सकुशल परिजनों के सुपुर्द कर दिया।
पिथौरगढ़ जिले के अस्कोट क्षेत्र निवासी किशोरी के पिता ने थाना अस्कोट में तहरीर दी कि उनकी नाबालिग पुत्री बिना बताए घर से चली गई है। परिजनों ने काफी खोजबीन की, लेकिन उसका कोई पता नहीं चल पाया। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक रेखा यादव के निर्देशन में थानाध्यक्ष सुरेश कम्बोज ने अभियोग पंजीकृत किया और उप निरीक्षक मीनाक्षी देव द्वारा विवेचना शुरू की गई।
जांच के दौरान पता चला कि राहुल सिंह पुत्र दिवान सिंह निवासी बलुवाकोट का नाम इस घटना में संलिप्त है। तकनीकी इनपुट और सर्विलांस के आधार पर पुलिस ने राहुल सिंह को हरियाणा के गुरुग्राम से गिरफ्तार किया। पूछताछ में राहुल सिंह ने अपने साथी शशांक ऐरी पुत्र भगवान सिंह ऐरी, बलुवाकोट का नाम उजागर किया। जांच में पता चला कि नाबालिग किशोरी घर से भागकर शशांक के घर रुकी हुई थी।
पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए शशांक ऐरी को बलुवाकोट क्षेत्र से गिरफ्तार कर लिया। दोनों अभियुक्तों को विधिक प्रक्रिया पूरी करने के बाद न्यायालय के समक्ष पेश किया गया। किशोरी को सुरक्षित परिजनों को सौंप दिया गया।
पुलिस अधीक्षक ने कहा कि इस मामले में समय पर कार्रवाई और तकनीकी संसाधनों के प्रयोग से नाबालिग की सुरक्षा सुनिश्चित की गई। उन्होंने सभी से अपील की है कि बालिकाओं की सुरक्षा के लिए सतर्क रहें और किसी भी संदिग्ध घटना की जानकारी तुरंत पुलिस को दें।


