उत्तराखंड शासन ने लापरवाही के मामलों में बड़ा कदम उठाया है। शासन ने लोक निर्माण विभाग के दो अधिशासी अभियंताओं को लापरवाही के आरोपों के तहत निलंबित कर दिया है। इस निर्णय के पीछे उनके द्वारा ब्रिज निर्माण परियोजनाओं में अनदेखी और नियमों के उल्लंघन का आरोप है।
लापरवाही के आरोपों में घिरे अधिकारियों में से एक, श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग खंड में तैनात अधिशासी अभियंता तनुज कांबोज हैं। उन पर चारधाम परियोजना के अंतर्गत नरकोटा के समीप निर्माणाधीन आर्क ब्रिज के पर्यवेक्षण में ढिलाई का आरोप है। इस परियोजना के अंतर्गत आर्क ब्रिज का टावर और स्तंभ क्षतिग्रस्त हो गया, जिससे गंभीर चिंता उत्पन्न हुई है।
दूसरे अधिकारी, विकासखंड बैजरो में तैनात अधिशासी अभियंता विवेका प्रसाद को भी निलंबित कर दिया गया है। उन पर आरोप है कि उन्होंने उफरैंखाल-भतबो-गाडखर्क-भगवतीतैलया मोटर मार्ग के निर्माण कार्य में प्रमुख सचिव वन विभाग के निर्देशों का पालन नहीं किया। इसके अतिरिक्त, वन भूमि हस्तांतरण संबंधी कार्यवाही में विलंब के बावजूद वांछित आख्या वन विभाग को प्रस्तुत नहीं की।
सचिव लोक निर्माण विभाग, डा. पंकज कुमार पांडेय ने इन आरोपों के आधार पर दोनों अधिशासी अभियंताओं के निलंबन के आदेश जारी किए हैं। विवेका प्रसाद को विभागाध्यक्ष कार्यालय, देहरादून से संबद्ध किया गया है, जबकि तनुज कांबोज को मुख्य अभियंता कार्यालय, पौड़ी से संबद्ध किया गया है।
इस एक्शन के माध्यम से शासन ने यह संकेत दिया है कि सार्वजनिक निर्माण कार्यों में लापरवाही को किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।