चक्रवाती तूफान दाना ओडिशा के तट के करीब पहुंच गया है, जिससे राज्य के कई क्षेत्रों में भारी बारिश और तेज हवाएं चलनी शुरू हो गई हैं। मौसम विभाग के अनुसार, तूफान गुरुवार दोपहर को ओडिशा तट से 200 किलोमीटर के भीतर था। इसके चलते राज्य सरकार ने तटीय जिलों में निकासी के प्रयास तेज कर दिए हैं।
मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि प्राकृतिक आपदा के कारण शून्य हताहत सुनिश्चित किया जाए। मौसम विभाग ने बताया कि शुक्रवार तड़के चक्रवात के भितरकनिका राष्ट्रीय उद्यान और धामरा बंदरगाह के बीच आने की संभावना है, जिसमें हवा की गति 120 किमी प्रति घंटे तक हो सकती है।
बुलेटिन में कहा गया है कि चक्रवात उत्तर-उत्तरपश्चिम की ओर बढ़ रहा है और यह पुरी तथा सागर द्वीप के बीच उत्तरी ओडिशा और पश्चिम बंगाल के तटों को पार कर सकता है। इस बीच, बालासोर, भद्रक, भितरकानिया और पुरी में पेड़ उखड़ने की खबरें आई हैं, जिससे कई सड़कों पर बाधा उत्पन्न हुई है।
राज्य में लगभग तीन लाख लोगों को चक्रवात आश्रय स्थलों में पहुंचाया गया है और 7,285 चक्रवात केंद्र स्थापित किए गए हैं। मौसम विभाग ने ओडिशा के सात जिलों में भारी बारिश के लिए ‘रेड वार्निंग’ और कुछ जिलों में ‘ऑरेंज वार्निंग’ जारी की है। इसके साथ ही, पश्चिम बंगाल में भी चक्रवाती तूफान के प्रभाव से भारी बारिश की संभावना जताई गई है।