सूपाकोट में हुई तबाही के मौका मुआयना हेतु पहुंची टीम, सीएस का जताया आभार
उत्तराखंड की सोमेश्वर घाटी में बुधवार को हुई अतिबृष्टि से सूपाकोट गाॅॅव में हुई तबाही के दो दिन बाद भी लोगों में दहशत और खौफ बना हुआ है। इस बीच आखिरकार तहसील प्रशासन की टीम मौका मुआयना हेतु गांव में पहुंची । बता दें कि मीडिया के जरिये उजागर इस तबाही के मामले को मुख्य सचिव के संज्ञान में लाये जाने के बाद प्रशासन हरकत में आया।
गौरतलब है कि सूपाकोट निवासी रिटायर्ड असिस्टेंट आडिट आफिसर रमेश चंद्र पाण्डे ने मीडिया/ सोशल मिडिया द्वारा उजागर गांव में हुई तबाही की खबरो को मुख्य सचिव राधा रतूड़ी के संज्ञान में लाते हुए उनसे तत्काल आपदा मद से राहत , मरम्मत तथा सुरक्षा कार्य करवाने का आग्रह किया। इसके तुरन्त बाद शनिवार की दोपहर को सोमेश्वर तहसील के कानूनगो रविमोहन बिष्ट एंव राजस्व उपनिरीक्षक डी.एन.पाण्डे मौका मुआयना हेतु गांव पहुंचे ।
गणेश पाण्डे के घर में पानी घुसने से हुए नुक्शान का मुआयना करने के बाद टीम ने नौघर के पास बह गई गधेरे के बीच की नहर का निरीक्षण किया ।
आखिर में टीम लक्ष्मीपुर पहुंची जहां बड़ी तबाही हुई थी। यहां गधेरे के मलुवे से नौला जमींदोज हो गया था । यहां ब्रिटिश काल से गधेरे के पानी की निकासी के लिए निर्मित अन्डरग्राउन्ड स्थल पूरी तरह से मलुवे से पट जाने के कारण पानी की निकासी अवरुद्ध हो गई थी और गधेरे का पानी व मलुवा आसपास के मकानों की ओर आ गया जिसके चलते रमेश चन्द्र पाण्डे और धीरज पाण्डे के मकान सीधे खतरे की जद में आ गये इसके अलावा महेश पाण्डे और देवकीनन्दन उप्रेती के मकानों को भी खतरा हो गया ।
यहां टीम ने सुरक्षा और मरम्मत से जुड़े सभी पहलुओं का बारीकी से मुआयना किया । इस दरम्यान ग्रामीणों ने नौले की मरम्मत और गधेरे के पानी की समुचित निकासी तत्काल कराये जाने पर बल दिया । प्रशासन के स्तर से मौका मुआयना होने के बाद गधेरे से अपने घरों के खतरे को लेकर चिंतित परिवारीजन यह कहते हुए आश्वस्त नजर आये कि अब देर सबेर पानी की निकासी और मरम्मत का कार्य हो ही जायेगा। इधर रमेश चन्द्र पाण्डे ने मामले का संज्ञान लेने के लिए मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी का आभार व्यक्त किया है ।