उत्तराखण्ड एक्सीडेंट गढ़वाल देहरादून हिल दर्पण

गुलदार अटैक………….. रात भर तलाशा, सुबह मिला बच्चे का शव, मचा कोहराम

खबर शेयर करें -

उत्तराखंड के श्रीनगर गढ़वाल विवि के बिड़ला परिसर स्थित बॉयज हॉस्टल के समीप एक घर के आंगन से गुलदार मां के सामने ही तीन वर्षीय बच्चे को शुक्रवार रात उठा कर ले गया था। जिसका शव शनिवार सुबह घर से 200 मी दूरी पर झाड़ियों में मिला।

पुलिस के अनुसार, डांग क्षेत्र से सटे सिंदरीगाड़ में झोपड़-पट्टी में रह रहे हरिद्वारी का तीन साल का बेटा सूरज घर के आंगन में खेल रहा था। परिजनों का कहना है कि तभी पीछे से गुलदार आया और बच्चे को उठाकर ले गया। बच्चे की चीखने की आवाज सुनकर लोग घरों से बाहर निकले।

यह भी पढ़ें 👉  केदारनाथ उप चुनाव.... इतना रहा मतदान प्रतिशत, जानें किसे मिल रहा लाभ

तब तक गुलदार बच्चे को उठाकर जंगल की तरफ भाग गया। मूलरूप बरेली निवासी हरिद्वारी यहां किराये की झोपड़ पट्टी में रहता है। वह फेरी का काम करता है। उसकी तीन बेटियों के बाद सूरज सबसे छोटा बच्चा है।

यह भी पढ़ें 👉  भीषण अग्निकांड.....दो मंजिला आवासीय गौशाला में लगी आग, 14 पशु जिंदा जले

सूरज को हाल ही परिजन बरेली से श्रीनगर लाए थे। घटना के बाद से परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। दूसरी तरफ श्रीनगर में फिर से गुलदार के हमले के बाद लोग दहशत में हैं। वन विभाग की ओर से शव को पोस्टमार्टम के लिए बेस अस्पताल की मोर्चरी में ले जाया गया है। वन विभाग के रेंजर ललित मोहन नेगी ने बताया कि क्षेत्र में दो पिंजरे व चार ट्रेप कैमरे लगा दिए गए है।

यह भी पढ़ें 👉  उत्तराखंड.....सरकार ने खेल प्रशिक्षकों को दिया ये बड़ा तोहफा
हिल दर्पण डेस्क

हिल दर्पण डेस्क

About Author

"हिल दर्पण" उत्तराखण्ड तथा देश-विदेश की ताज़ा ख़बरों व समाचारों का एक डिजिटल माध्यम है। अपने विचार अथवा अपने क्षेत्र की ख़बरों को हम तक पहुंचानें हेतु संपर्क करें। धन्यवाद! Email: [email protected]

You may also like

उत्तराखण्ड धर्म/संस्कृति बागेश्वर

उत्तराखंड को माना जाता है शिवजी का ससुराल, यह है मान्यता      

खबर शेयर करें -उत्तराखंड में कई प्राचीन शिव मंदिर हैं जिनके बारे में मान्यता है कि सच्चे मन से मांगी
उत्तराखण्ड देहरादून मौसम

*मौसम विभाग की चेतावनी- पहाड़ों में होगी बारिश और बर्फबारी, कोहरे की आगोश में रहेंगे यह जिले*

खबर शेयर करें -देहरादून। उत्तराखंड में एक बार फिर मौसम बदलने को तैयार है। इस बीच उच्च हिमालयी क्षेत्रों में