शादी के लिए दुल्हन सज-धज कर बैठी इंतजार करती रही, लेकिन न दूल्हा आया और न ही बारात आई। यहां तक बारातियों के स्वागत के लिए सजावट और खाना नुकसान होने के साथ लड़की के घरवालों को शर्मिंदगी भी हुई। पीड़ित की तहरीर पर आरोपित लड़के और उसके घर के चार सदस्यों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज हुई है।
यह मामला यूपी के बांदा के मवई बुजुर्ग का है। अर्शिया के मुताबिक गुड़िया का निकाह तिंदवारी के मिरहगनी गांव के रहने वाले मोहम्मद आफताब के साथ तय किया था। मुंह दिखाई रस्म के बाद 11 फरवरी को निकाह का दिन तय हुआ। लेकिन 31 जनवरी को आफताब अली बहन अफसाना बहनोई शाहिन के साथ घर पहुंचा और अतिरिक्त दहेज में दो लाख नकद मांगे।
जब उन्होंने दहेज देने में असर्मथता जताई तो वर पक्ष ने निकाह करने से मना कर दिया। इस पर लड़की पक्ष ने शिकायत नौ मार्च को शहर कोतवाली व मुख्यमंत्री पोर्टल पर की। इसकी जानकारी लड़का पक्ष को देते हुए कहा कि निकाह करो या पैसे वापस कर दो। इस पर लड़का पक्ष ने निकाह करने व बारात लाने का आश्वासन दिया। तय तारीख पर लड़की पक्ष ने निकाह के लिए सजावट कराई।
बारातियों के स्वागत के लिए मिष्ठान्न और खाना बनवाया। गुड़िया निकाह के लिए सजकर तैयार बैठी रही। देर शाम तक न तो दूल्हा पहुंचा और न ही बाराती। इस पर पीड़िता की मां ने आरोपितों के खिलाफ डीआईजी से शिकायत की। डीआईजी के आदेश पर महिला थाना में लड़के और उसके घर चार सदस्यों पर एफआईआर दर्ज हुई।