उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले के बेड़ीनाग विकासखंड के दूरस्थ ग्राम पंचायत सेलीपाख के डोल गांव में घर के पास मवेशियों के लिए चारा काट रही महिला पर तेंदुए ने हमला कर दिया। महिला जान बचाने के लिए 10 मिनट तक तेंदुए से लड़ती रही। चीख पुकार सुनकर आसपास मौजूद महिलाओं ने जब शोर मचाया तो तेंदुआ भाग गया। महिला के सिर, हाथ पैर सहित शरीर के हिस्सों पर गंभीर जख्म आए हैं।
सेलीपाख के डोलगांव की कमला देवी पत्नी चामू सिंह शनिवार सुबह करीब 11 बजे पशुओं के लिए चारा काट रही थी। इसी दौरान तेंदुए ने उन पर हमला कर दिया। कमला देवी ने साहस का परिचय देते हुए दराती से तेंदुए का मुकाबला किया।
करीब 10 मिनट तक चले संघर्ष में तेंदुए ने कमला देवी के सिर, हाथ-पैर और कमर में पंजों से हमला कर घायल कर दिया। जब आसपास की महिलाओं ने कमला देवी की चीख पुकार सुनी तो उन्होंने शोर मचाया जिससे तेंदुआ भाग गया। इसके बाद मौके पर पहुंचे परिजन घायल कमला देवी को सीएचसी बेड़ीनाग लाए।
डॉ. सिद्धार्थ पाटनी ने घायल महिला का इलाज किया। डॉक्टर के अनुसार महिला की हालत खतरे से बाहर है। इस घटना के बाद क्षेत्र में डर का माहौल है। क्षेत्र पंचायत सदस्य गणेश सिंह ने वन विभाग से घायल महिला को मुआवजा देने और तेंदुए को पकड़ने की मांग की है।
चंदा मेहरा वन क्षेत्राधिकारी चंदा मेहरा ने बताया कि तेंदुए के हमले की सूचना मिलते ही वन विभाग की टीम को मौके पर भेज दिया था। वन विभाग की टीम गश्त कर रही है। उन्होंने ग्रामीणों से खेतों में अकेले काम पर नहीं जाने और बच्चों को शाम के समय अकेला नहीं छोड़ने की अपील की है।