दिल्ली से टोरंटो जाने वाली फ्लाइट में बम है। धमकी भरे एक ईमेल से 4 जून की रात इंदिरा गांधी एयरपोर्ट (IGI) से कनाडा तक हड़कंप मच गया। अब जांच में जो खुलासा हुआ है उससे खुद पुलिस भी हैरान रह गई। करतूत महज 13 साल के एक बच्चे की निकली, जिसने शरारत सूझने पर ऐसा किया।
दिल्ली पुलिस ने पूरी घटना की जानकारी देते हुए लोगों को इस तरह अफवाह फैलाने से बचने की अपील की है। हाल के दिनों में दिल्ली समेत कई राज्यों में एयरपोर्ट, स्कूल, अस्पताल आदि में बम होने का दावा करते झूठे ईमेल भेजे गए हैं।
पुलिस ने बताया कि 4 जून को रात 11:25 पर पीसीआर कॉल करके सूचना दी गई कि दिल्ली से टोरंटो के लिए प्रस्तावित फ्लाइट ( AC043) में बम होने की धमकी दी गई है। दिल्ली एयरपोर्ट पर हाई अलर्ट और ‘फुल इमर्जेंसी’ की घोषणा की गई। विमान में जांच की गई। लेकिन कुछ भी संदिग्ध नहीं मिला मिला। एयर कनाडा एयरलाइंस की शिकायत पर पुलिस ने केस दर्ज करके पड़ताल शुरू की।
जांच में पता चला कि जिस ईमेल से धमकी दी गई है उसे 1-2 घंटे पहले ही बनाया गया है। धमकी देने के बाद ईमेल आईडी को डिलीट भी कर दिया गया। पुलिस ने पता लगाया कि ईमेल आईडी को यूपी के मेरठ में क्रिएट किया गया था। कड़ियों को जोड़ते हुए पुलिस आरोपी तक पहुंची तो वह एक 13 साल का बच्चा निकला। पूछताछ में उसने बताया कि न्यूज देखते हुए उसे शरारत सूझी थी। उसने टीवी पर देखा था कि मुंबई एयरपोर्ट पर फ्लाइट में बम होने की झूठी सूचना दी गई थी।
इसके बाद वह देखना चाहता था कि यदि वह सीक्रेट तरीके से ऐसी सूचना देगा तो क्या पुलिस उसे पकड़ सकती है। अपनी मां के फोन से वाई-फाई इस्तेमाल करते हुए उसने अपने फोन में एक फेक ईमेल आईडी बनाई। ईमेल भेजने के बाद उसने इसे डिलीट भी कर दिया। उसने यह भी कहा कि अगले दिन जब टीवी पर बम वाली खबर देखकर वह उत्साहित था।
डर की वजह से उसने राज किसी को नहीं बताया। पुलिस ने घटना में इस्तेमाल दोनों फोन जब्त कर लिए। बच्चे को हिरासत में लेकर जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड के सामने पेश किया गया। जेजेबी के आदेश पर बच्चे को फिलहाल मां-बाप को सौंप दिया गया है।