आपने फिल्मों में तो नेताओं को अफसरों के सामने दबंग अंदाज में देखा होगा। लेकिन ऐसा ही कुछ उत्तराखंड के कुमाऊं मंडल के रुद्रपुर में देखने को मिला है। चेक प्रकरण में एसएसपी को ज्ञापन देने आए भाजपा कार्यकर्ताओं को कप्तान के आक्रोश का सामना करना पड़ा। भाजपा कार्यकर्ता की कमर में लगी पिस्टल देख एसएसपी का पारा चढ़ गया और उन्होंने पिस्टल जब्त करने का आदेश दिया। बाद में आग्रह करने के बाद कार्यकर्ता ने माफीनामा लिखकर मामला शांत करवाया।
दरअसल मुख्यमंत्री विवेकाधीन राहत कोष चेक प्रकरण के मुख्य षड्यंत्रकारी के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर भाजपा कार्यकर्ता कार्यालय पहुंचे और एसएसपी मंजूनाथ टीसी से मुलाकात की। उनका कहना था कि चेक प्रकरण महज छोटा सा प्रकरण था, लेकिन स्थानीय एक पूर्व जनप्रतिनिधि ने षडयंत्र के तहत मामले में झूठा प्रचार किया, जबकि चेक प्रकरण का मुख्य सूत्रधार सुरजीत शर्मा पूर्व जनप्रतिनिधि का करीबी है। ऐसे में पुलिस जांच कर मुख्य षड्यंत्रकारी के बेपर्दा करे।
कार्यकर्ता एसएसपी से बातचीत कर ही रहे थे कि अचानक उनकी नजर विधायक के करीबी भाजपा कार्यकर्ता पर पड़ी। देखा कि कार्यकर्ता कमर में पिस्टल लगाकर पुलिस कार्यालय के अंदर घुसा। जिस देखकर एसएसपी का पारा चढ़ गया और उन्होंने अधीनस्थों को पिस्टल जब्त करने का आदेश दिया।
काफी जद्दोजहद के बाद कार्यकर्ताओं ने माफीनामा लिखकर मामले का पटाक्षेप किया और पिस्टल वापस कराई। इस मौके पर सुशील गाबा, केके दास, उपेंद्र चौधरी, सुनील यादव, राधेश शर्मा, सुरेश कोली, अनमोल विर्क, राजेश जग्गा, धीरेश गुप्ता, उत्तम दत्ता, मोहित चड्ढा आदि मौजूद रहे।