विधानसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान से एक दिन पहले, मंगलवार को झारखंड में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने राज्य में कई स्थानों पर छापेमारी की। यह कार्रवाई बांग्लादेशी घुसपैठ से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में की गई। एजेंसी ने इस दौरान फर्जी आधार कार्ड, नकली पासपोर्ट, अवैध हथियार, संपत्ति के कागजात, नकदी, गहने, और आधार बनाने के उपकरण जैसे आपत्तिजनक सामान बरामद किए। ईडी ने सोशल मीडिया पर इस कार्रवाई की जानकारी दी और बरामद की गई सामग्री की तस्वीरें साझा की।
ईडी की टीम ने रांची में बरियातु रोड स्थित एक होटल और शहर के एक रिजॉर्ट पर छापा मारा, जहां CRPF कर्मियों की तैनाती भी थी। एजेंसी ने दस्तावेज, वित्तीय रिकॉर्ड और बही-खातों की जांच की। इस छापेमारी का संबंध झारखंड में बांग्लादेशी घुसपैठ और तस्करी से जुड़े एक मामले से है, जिसे पीएमएलए (धन शोधन निवारण अधिनियम) के तहत दर्ज किया गया था।
यह मामला उस समय सामने आया जब एक बांग्लादेशी महिला ने आरोप लगाया कि उसे नौकरी दिलाने के बहाने भारत में तस्करी कर लाया गया था, और उसे वेश्यावृत्ति के लिए मजबूर किया गया। इसके बाद स्थानीय रिजॉर्ट में छापेमारी के दौरान अन्य बांग्लादेशी महिलाओं को भी गिरफ्तार किया गया, और एक महिला से फर्जी आधार कार्ड भी बरामद किया गया।
झारखंड में बांग्लादेशी घुसपैठ एक प्रमुख राजनीतिक मुद्दा बन चुका है, खासकर विधानसभा चुनावों से पहले। भाजपा नेताओं ने आरोप लगाया कि राज्य सरकार ने इस घुसपैठ को बढ़ावा दिया, जिससे आदिवासी इलाकों के जनसांख्यिकीय ढांचे में बदलाव आया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी इस मुद्दे पर झामुमो सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी सरायकेला में दावा किया कि यदि भाजपा सत्ता में आई, तो घुसपैठियों की पहचान कर उन्हें राज्य से बाहर किया जाएगा और उनकी संपत्तियां वापस ली जाएंगी।
झारखंड विधानसभा चुनाव के पहले चरण का मतदान बुधवार को 43 सीटों पर होगा, जबकि दूसरे चरण का मतदान 20 नवंबर को 38 सीटों पर होगा।