उत्तराखंड के उधमसिंह नगर जिले में एक सनसनीखेज घटना सामने आई है। यहां आदर्श इंदिरा बंगाली काॅलोनी में बैग बेचने के बहाने घर में घुसकर ढाई साल की बच्ची को ले जाते देख बड़ी बहन ने शोर मचा दिया। इसके बाद बच्ची की मां और स्थानीय लोगों ने फेरी वाले को पकड़कर उसके मंसूबाें पर पानी फेर दिया। वह बच्ची को कहां और क्यों ले जा रहा था, यह साफ नहीं हो सका है। आरोपी का कोई आपराधिक रिकार्ड नहीं मिला है। घटना के समय वह नशे में था।
आदर्श इंदिरा बंगाली काॅलोनी में शीला बढोई अपने परिवार के साथ टिनशेड के मकान में रहती है। बताया जाता है कि बुधवार दोपहर घर के पास किसी का निधन हो गया था तो शीला वहां गई थी। गर्मी की वजह से घर का दरवाजा खुला था।
मासूम सहित दो बच्चे बेड पर सो रहे थे। शीला के मुताबिक दो बच्चे घर के बाहर खेल रहे थे। इसी बीच आरोपी बैग बेचने की बहाने से घर के पास आया और अंदर घुसकर उसकी ढाई साल की बेटी को गोद में उठाकर भागने लगा। ये देख उनकी 12 साल की बेटी ने शोर मचा दिया, जिस पर मोहल्ले वालों के साथ वह भी चिल्लाते हुए आरोपी के पीछे भागी थी।
इस दौरान कुछ दूरी पर आरोपी ने उसकी बेटी को जमीन पर फेंका और भागने लगा। लेकिन लोगों ने उसे पकड़ लिया था और पुलिस को दे दिया। सड़क पर फेंकने पर बच्ची को चोट आई है। शीला और मोहल्लेवालों का कहना था कि अगर बच्ची शोरगुल नहीं करती और लोग वहां नहीं रहते तो आरोपी बच्ची को अपने साथ ले जाते। इस घटना के बाद बच्चों की सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ गई है।