उत्तराखंड में गुरुवार को एक बड़ा हादसा होने से टल गया। बदरीनाथ हाईवे पर पांडुकेश्वर गांव के पास हुई हिल कटिंग के दौरान अचानक मलबा और बोल्डर गांव में गिर गए, जिससे इलाके में अफरातफरी मच गई। गनीमत रही कि उस समय प्रभावित क्षेत्र में कोई भी मौजूद नहीं था, जिससे बड़ा हादसा होने से बच गया। हालांकि, बोल्डरों ने मकान का गेट, दरवाजे और खिड़कियां तोड़ डाली, और गांव का पैदल रास्ता भी क्षतिग्रस्त हो गया।
यह घटना तब घटी जब बदरीनाथ हाईवे पर पांडुकेश्वर गांव के ऊपर चट्टान की कटिंग की जा रही थी। बृहस्पतिवार को कटिंग के दौरान अचानक बड़े-बड़े बोल्डर हाईवे के साथ-साथ गांव की ओर लुढ़क गए। इनमें से कुछ बोल्डर एक घर के अंदर भी जा घुसे।
खीम सिंह पंवार, जिनके घर में बोल्डर घुसे, ने बताया कि घटना के समय वह घर पर नहीं थे, लेकिन उनकी संपत्ति को काफी नुकसान हुआ है। घर के गेट, दरवाजे और खिड़कियां टूट गईं और गांव का पैदल रास्ता भी ध्वस्त हो गया। उन्होंने कार्यदायी संस्था से क्षतिपूर्ति की मांग की है और आरोप लगाया कि सड़क कटिंग के दौरान सुरक्षा के कोई मानक नहीं थे।
स्थानीय लोग भी इस घटना से नाराज हैं और कार्यदायी संस्था पर लापरवाही का आरोप लगा रहे हैं। उनका कहना है कि बिना किसी सुरक्षा व्यवस्था के इस तरह की जोखिमपूर्ण गतिविधियां चल रही हैं, जो कभी भी बड़े हादसे का कारण बन सकती हैं।
इस मामले पर उपजिलाधिकारी चंद्रशेखर वशिष्ठ ने कहा कि इस घटना के बाद उन्होंने कार्यदायी संस्था को कड़े निर्देश दिए हैं कि भविष्य में इस तरह की घटनाओं से बचने के लिए सभी सुरक्षा मानकों का पालन किया जाए। उन्होंने आश्वासन दिया कि सड़क कटिंग के दौरान सुरक्षा व्यवस्था को प्राथमिकता दी जाएगी, ताकि किसी भी प्रकार का नुकसान और हादसा रोका जा सके।