शराब के नशे में टल्ली बारातियों के उत्पात मचाने का मामला प्रकाश में आया है। रास्ते से हटने को लेकर हुए विवाद के बाद बारात में उत्पात मचा रहे कुछ लोगों ने पुलिसकर्मियों पर हमला कर दिया। पुलिस उपनिरीक्षक का गिरेबान पकड़ा और उनकी वर्दी फाड़ दी, साथ ही साथी पुलिसकर्मियों के साथ भी हाथापाई की गई। इस घटना के बाद उपनिरीक्षक की तहरीर पर चार लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
घटना उत्तर प्रदेश के बदायूं जिले के विजय नगला में शुक्रवार रात उस समय की है, जब थाना बिनावर के उपनिरीक्षक सत्यपाल सिंह, हेड कांस्टेबल मनोज कुमार और विनीत कुमार वारंटियों की तलाश में शुक्रवार रात करीब 10 बजे गांव मोहम्मदी जा रहे थे। रास्ते में गांव चंदौरा पहुंचे तो ग्राम प्रधान नेमपाल के घर के सामने बारात चढ़ रही थी। कुछ युवक शराब के नशे में सड़क पर उत्पात मचा रहे थे। पुलिसकर्मियों ने बारातियों से सड़क से हटने का आग्रह किया और हूटर बजाया, लेकिन वे नहीं हटे। काफी समझाने के बाद पुलिसकर्मी आगे बढ़े, लेकिन कुछ युवक गाली-गलौज करते हुए पुलिसकर्मियों की गाड़ी को घेरकर खड़े हो गए।
पुलिसकर्मी जब गाड़ी से बाहर निकले और उन लोगों को हटाने का प्रयास किया, तो वे आक्रामक हो गए और उपनिरीक्षक का गिरेबान पकड़ लिया। इससे भी आगे बढ़ते हुए, पुलिसकर्मी को थप्पड़ मारे और उनकी वर्दी फाड़ दी। अन्य पुलिसकर्मियों ने बचाने का प्रयास किया, तो आरोपियों ने उन पर भी हमला किया और बारात में शामिल महिलाओं को उकसाकर हाथापाई की। फूलन, गीता, धर्मेंद्र और अन्य करीब 7-8 लोगों ने पुलिसकर्मियों पर हमला किया।
घटना के बाद पुलिसकर्मी किसी तरह से वहां से भागकर वापस आए और प्रभारी निरीक्षक को सूचित किया। उपनिरीक्षक की तहरीर पर फूलन, गीता, धर्मेंद्र और एक अन्य आरोपी के खिलाफ दंगा, लोक सेवक को चोट पहुंचाने, सरकारी कार्य में बाधा डालने और उकसाने के आरोप में रिपोर्ट दर्ज की गई। थाना प्रभारी अशोक कुमार कंबोज ने कहा कि आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी और मामले की जांच जारी है।