इन दिनों शादी ब्याह का मौसम चल रहा है। लेकिन शादी के माहौल में कई बार महासंग्राम की स्थिति उत्पन्न हो जाती है। ऐसा ही मामला समस्तीपुर से सामने आया है जहां जयमाला के स्टेज पर ही लात-घूसे और डंडे चलने लगे।
यह घटना बिहार के हलई थाना अंतर्गत सारंगपुर पश्चिमी पंचायत के विक्रमपुर गांव की है। एक शादी समारोह में जयमाल की रस्म के समय वर और वधु पक्ष के युवकों में मारपीट हो गयी। इसमें दूल्हे के चाचा का सिर फट गया और आधा दर्जन बाराती जख्मी हो गये।
वहीं मारपीट की घटना के बाद काफी देर तक लोगों में अफरातफरी मची रही। मारपीट की घटना के बाद बाराती बिना खाना खाए लौट गये। घटना से दूल्हा भी काफी नाराज हो गया। वह शादी करने को तैयार नहीं था। लेकिन ग्रामीणों ने मशक्कत के बाद उसे समझा बुझा कर शादी के तैयार किया और विधि पूर्वक संपन्न करायी गई। इस घटना से गांव के लोगों में काफी आक्रोश है।
जानकारी के अनुसार, विक्रमपुर गांव में बुधवार रात बेगूसराय जिले के बछवाड़ा से बारात आयी थी। बैंड बाजे के साथ दरवाजा लगाने तक स्थिति सामान्य थी। जयमाला भी हंसी खुशी के बीच संपन्न हो गया। लेकिन जयमाला के बाद मंच पर चढ़ने और फोटो खींचवाने को लेकर बारात एवं वधू पक्ष के कुछ युवकों में विवाद के मारपीट होने लगी। मारपीट के दौरान बीच बचाव करने गए दूल्हा के चाचा राजबाबू यादव का सिर फट गया। उनका आनन-फानन फानन में स्थानीय स्तर पर इलाज कराया गया। दुल्हे के अन्य चाचा शिवचंद्र यादव सहित आधा दर्जन से अधिक बारातियों को चोट लगी।
बताया गया है कि मारपीट के क्रम में असामाजिक तत्वों ने बारात के साथ आए बाजा को भी क्षतिग्रस्त कर दिया गया। एक मशीन भी चोरी कर ली गई। चाचा एवं बारातियों के साथ मारपीट देखकर दूल्हा भी भागने लगा। जिसे उसके बहनोई रवि कुमार राय एवं लड़की के घर के साथ ग्रामीणों ने किसी तरह मनाकर शादी की रश्म पूरी करायी। इस घटना से विक्रमपुर के ग्रामीणों में भी आक्रोश है। मुखिया सुनील कुमार राय एवं ग्रामीणो ने लड़की को विदा कराने के बाद बैठक की। इसमें बाराती के साथ मारपीट करने वाले उपद्रवियों की पहचान कर सामाजिक स्तर पर दंडित करने का निर्णय लिया गया।