खाकी एक बार फिर दागदार हुई है। इस बार सामने आये मामले ने सबको हैरान कर दिया। दरअसल मामला पीड़ित से ही रिश्वत लेने से जुड़ा हुआ है। दिल्ली पुलिस की विजिलेंस ब्रांच ने संगम विहार थाने में तैनात महिला सब-इंस्पेक्टर को दुष्कर्म पीड़िता की मां से 15 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। आरोप है कि दुष्कर्म केस की जांच अधिकारी एसआई नमिता ने दुष्कर्म पीड़िता की मां से रुपये मांगे थे।
विजिलेंस ब्रांच के अधिकारी ने बताया कि संगम विहार इलाके में किशोरी के साथ एक युवक ने दुष्कर्म किया था। मामले की जांच दिल्ली पुलिस के वर्ष 2019 बैच की एसआई नमिता को दी गई थी। शिकायत के अनुसार, एसआई ने पीड़िता की मां से दो लाख रुपये की रिश्वत मांगी थी। घूस नहीं देने पर केस की जांच कमजोर करने की धमकी भी दी थी।
पीड़िता की मां ने इसकी शिकायत विजिलेंस ब्रांच को दी थी। टीम की योजना के तहत शिकायतकर्ता ने पहली किश्त के तौर पर 15 हजार रुपये देने के लिए एसआई से सम्पर्क साधा। शिकायतकर्ता संगम विहार थाने में घूस की रकम एसआई को दे रही थी तभी टीम ने उसको गिरफ्तार कर लिया।
द टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, एंटी करप्शन ऐक्ट की धारा 7 के तहत मामला दर्ज किया गया है। आरोपी एसआई को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया गया और न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। जांचकर्ता अब यह पता लगा रहे हैं कि क्या उसने दूसरे मामलों में भी इसी तरह की मांगें की थीं।
एक अधिकारी ने कहा, “नागरिकों से अनुरोध है कि वे पुलिस कर्मियों द्वारा रिश्वत मांगने के किसी भी मामले की रिपोर्ट करें। शिकायतें विजिलेंस हेल्पलाइन 1064 पर की जा सकती हैं।”
जुलाई में इसी तरह की एक घटना में आउटर दिल्ली के पश्चिम विहार में एक महिला सब-इंस्पेक्टर सहित चार पुलिस कर्मियों को एक बिजनेसमैन को किडनैप करने और उससे 20 लाख रुपये मांगने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।


