एक महिला ने विवाह और रिश्तों को धोखाधड़ी और शोषण का जरिया बना लिया है। उसने शादी के बाद दुष्कर्म के आरोप लगाकर कई पुरुषों से पैसे ऐंठे, और एक शादी के बाद दूसरी शादी करने में भी संकोच नहीं किया। इसके शिकार अब तक दो पुलिसकर्मी और एक बैंक प्रबंधक हो चुके हैं। एसआईटी की जांच में महिला पर लगाए गए कई आरोप सही साबित हुए हैं, और अब उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की प्रक्रिया चल रही है।
यह मामला उत्तर प्रदेश के कानपुर में सामने आया है। यहां ग्वालटोली थाने में तैनात एक दरोगा के साथ हुई घटना ने इस मामले को और भी गंभीर बना दिया। दरोगा की शादी 17 फरवरी 2024 को मेरठ की युवती से हुई थी। कुछ समय बाद, जब दरोगा छुट्टी पर घर लौटे, तो पत्नी के मोबाइल पर संदेह हुआ।
मोबाइल की जांच में लाखों रुपये का संदिग्ध लेन-देन सामने आया। जब दरोगा ने पत्नी से पूछताछ की, तो पता चला कि वह तीसरी बार शादी कर रही थीं और इसके पहले दो शादियों और दुष्कर्म के आरोपों में भी वह शामिल रही थीं। अब दरोगा अपने ही घर पर कब्जे के मामले में पुलिस अफसरों के चक्कर काट रहा है।
इस महिला का पहला विवाह मेरठ के एक एसआई से हुआ था, जहां उसने बाद में दुष्कर्म का आरोप लगाया, लेकिन अदालत में उसने बयान दिया कि यह आरोप झूठे थे। इसके बाद दूसरी शादी उसने एक बैंक प्रबंधक से की, और उस पर भी दुष्कर्म के आरोप लगाए। हालांकि, जांच के दौरान यह आरोप भी झूठे साबित हुए और आरोपी को जेल भेज दिया गया।
हाल ही में, महिला ने ग्वालटोली थाने में तैनात दरोगा के घर में ताला तोड़कर घुसने की कोशिश की, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। इस वीडियो में महिला के साथ कुछ पुलिसकर्मी भी दिख रहे हैं, जो उसे ताला तोड़ने में मदद कर रहे थे। दरोगा ने इस वीडियो को कानपुर पुलिस अधिकारियों को भी सौंप दिया है।
25 नवंबर को जब महिला और दरोगा पुलिस कमिश्नरेट में एक-दूसरे के खिलाफ शिकायत करने पहुंचे, तो स्थिति और भी तूल पकड़ गई। दरोगा ने अपनी पत्नी पर गंभीर आरोप लगाए, जिसके बाद पुलिस कमिश्नर ने एसीपी सृष्टि सिंह के नेतृत्व में एसआईटी गठित की। जांच में पाया गया कि महिला ने लाखों रुपये के लेन-देन किए हैं और यह मामले पूरी तरह से धोखाधड़ी और शोषण के प्रतीक हैं। एसआईटी ने जांच पूरी कर फाइल डीसीपी सेंट्रल को भेज दी है, और अब महिला के खिलाफ मुकदमा दर्ज किए जाने की संस्तुति की गई है।