भारतीय रेलवे वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों का स्लीपर वैरिएंट पेश करने की तैयारी में है। यह 200 किमी प्रति घंटे की गति से रफ्तार भरेगी और लंबी दूरी की यात्रा के लिए इसे डिजाइन किया गया है।
ऐसे में सवाल उठाता है कि क्या इंडियन रेलवे शताब्दी और राजधानी ट्रेनों को बंद करने की तैयारी में है? क्या अब हाई-स्पीड वंदे भारत एक्सप्रेस स्लीपर ट्रेनों से इसे बदलने का इरादा है? सवाल तो यह भी है कि क्या मुंबई में वंदे मेट्रो सर्विस के साथ वंदे भारत नेटवर्क का विस्तार करने का प्लान है।
इस बीच, रेलवे अधिकारियों ने कहा कि वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनें चरणबद्ध तरीके से शताब्दी एक्सप्रेस की जगह लेंगी। इस सेमी-हाई-स्पीड स्वदेशी ट्रेन के स्लीपर वैरिएंट को राजधानी एक्सप्रेस ट्रेनों के विकल्प के तौर पर देखा जा रहा है। मालूम हो कि राजधानी एक्सप्रेस ट्रेनों को इंडियन रेलवे की प्रीमियम सर्विस में से एक माना जाता है, जो राष्ट्रीय राजधानी नई दिल्ली को विभिन्न राज्यों की राजधानियों से जोड़ती है।
चेन्नई स्थित इंटीग्रल कोच फैक्ट्री के महाप्रबंधक बीजी माल्या ने फाइनेंशियल एक्सप्रेस को दिए इंटरव्यू में बड़ा बयान दिया था। उन्होंने कहा कि कई जगहों पर जहां वंदे भारत एक्सप्रेस लॉन्च की गई है, इसका शेड्यूल शताब्दी एक्सप्रेस से काफी मेल खाता है। इससे पता चलता है कि शताब्दी ट्रेनों की जगह वंदे भारत लाने की संभावना है।
वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों की बढ़ती लोकप्रियता
मालूम हो कि वंदे भारत एक्सप्रेस भारत की पहली सेमी-हाई-स्पीड ट्रेन है। भारतीय रेलवे की सहायक कंपनी इंटीग्रल कोच फैक्ट्री (ICF) की ओर से इसे डेवलप और डिजाइन किया गया है। यह देखने में आकर्षक और पूरी तरह से एसी युक्त है। वंदे भारत ट्रेन यात्रियों के लिए विश्व स्तरीय सुविधाएं और सर्विस मुहैया कराती है। खास बात यह भी है कि यात्रियों के बीच वंदे भारत ट्रेनें काफी लोकप्रिय हुई हैं। यही वजह है कि भारतीय रेलवे अब इसके विस्तार की तैयारी में है। पूरे देश में वंदे भारत ट्रेनों का जाल बिछाने की तैयारी है।