बांग्लादेश में हिंदुओं पर लगातार हो रहे अत्याचारों के बीच भारत से बड़ी खबर सामने आई है। दिल्ली में अवैध बांग्लादेशी घुसपैठियों के खिलाफ अभियान की शुरुआत हो गई है। उपराज्यपाल वीके सक्सेना के निर्देशों के बाद दिल्ली पुलिस ने बुधवार को दक्षिणी पूर्वी जिला पुलिस द्वारा कालिंदी कुंज इलाके में अभियान चलाया। इस अभियान का उद्देश्य अवैध रूप से रहने वाले बांग्लादेशी नागरिकों की पहचान करना और उन्हें देश से बाहर खदेड़ना है।
पुलिस ने इस दौरान संदिग्धों के दस्तावेजों की जांच की और कुछ संदिग्धों को भी हिरासत में लिया। इन लोगों ने खुद को असम का निवासी बताया, लेकिन कोई पहचान पत्र नहीं दिखा पाए। पुलिस ने इन संदिग्धों के बारे में जानकारी एकत्रित की और एफआरआरओ (फारनर्स रीजनल रजिस्ट्रेशन आफिस) को रिपोर्ट भेजने की योजना बनाई है।
इस अभियान का मकसद देश की सुरक्षा को लेकर बढ़ती चिंताओं को ध्यान में रखते हुए बांग्लादेशी घुसपैठियों की पहचान और उन्हें बाहर करना है। दिल्ली सरकार की ओर से दो महीने के लिए विशेष अभियान चलाने का निर्णय लिया गया है, जिसके तहत हर हफ्ते रिपोर्ट उपराज्यपाल कार्यालय को भेजी जाएगी।
याद रहे कि शनिवार को दरगाह हजरत निजामुद्दीन और बस्ती हजरत निजामुद्दीन के उलेमाओं और मुस्लिम नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल ने उपराज्यपाल वीके सक्सेना से मुलाकात की थी। इस प्रतिनिधिमंडल ने दिल्ली में रह रहे अवैध बांग्लादेशी घुसपैठियों की पहचान कर उन्हें उनके देश वापस भेजने की मांग की थी।