एक हैरान कर देने वाली घटना में पढ़ाई के दौरान अचानक बच्चों में चीख-पुकार मच गई, जब 20 से अधिक छात्र-छात्राओं ने अपना गला दबाकर जोर-जोर से चीखना शुरू कर दिया। इनमें अधिकांश लड़कियां थीं। देखते ही देखते यह स्थिति इतनी भयावह हो गई कि अन्य बच्चे डर के मारे क्लास छोड़कर भागने लगे, जिससे पूरे स्कूल में दहशत का माहौल पैदा हो गया।यह घटना उत्तर प्रदेश के बरेली जिले के जागीर गांव स्थित उच्च प्राथमिक विद्यालय में शनिवार को सामने आई है।
क्या था कारण?
मिली जानकारी के अनुसार, घटना के दिन बच्चों ने मध्याह्न भोजन (एमडीएम) में आलू-टमाटर की सब्जी और चावल खाया था। कुछ समय बाद, स्कूल की कक्षा छह की छात्रा शबनूर सबसे पहले दौड़ते हुए कक्षा में आई और अचानक अपना गला पकड़कर रोने लगी। इसके बाद कक्षा सात की छात्रा लता, कक्षा आठ की छात्राएं अंशिका, दीपति, और कई अन्य छात्रों ने भी इसी तरह से अपना गला पकड़कर दर्द और जलन की शिकायत करते हुए जमीन पर गिर गए। इस घटना के बाद स्कूल में अफरातफरी मच गई।
पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की त्वरित कार्रवाई
प्रधानाध्यापिका सुषमा कुमारी और शिक्षिका सायमा जहरा ने तुरंत डायल 112 पुलिस और स्वास्थ्य विभाग को सूचित किया। साथ ही, एंबुलेंस 108 और डायल 112 पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। अभिभावक भी अपने बच्चों को लेकर विद्यालय पहुंचे और स्वास्थ्य विभाग की टीम ने बच्चों का उपचार शुरू किया। कुछ बच्चों को निजी चिकित्सकों के पास भेजा गया, जबकि दो छात्रों को सीएचसी ले जाया गया।
सीएचसू अधीक्षक डॉ. अमित कुमार ने बताया कि बच्चों के गला पकड़कर गिरने की सूचना मिलने पर उनकी टीम मौके पर पहुंची। उपचार के बाद बच्चों की हालत में सुधार आया, और सभी को घर भेज दिया गया, हालांकि कुछ बच्चों को अब भी निगरानी के लिए जिला अस्पताल भेजने की योजना थी, लेकिन उनके अभिभावक उन्हें घर ले गए।
एमडीएम में गड़बड़ी की आशंका
विद्यालय की रसोईया ओमवती, अनीता देवी और बेबी ने बच्चों के लिए आलू-टमाटर की सब्जी और चावल तैयार किया था। स्थानीय लोगों और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का मानना है कि एमडीएम में कोई गड़बड़ी हो सकती है, जिसके कारण बच्चों ने खाने के बाद अचानक गला पकड़कर गिरने की स्थिति उत्पन्न की।
स्कूल प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की जांच जारी
घटना के बाद विद्यालय प्रशासन ने मामले की जांच शुरू कर दी है और स्वास्थ्य विभाग भी एमडीएम के खाने की सामग्री की जांच कर रहा है। फिलहाल, बच्चों की हालत सामान्य है और उन्हें घर भेज दिया गया है। इस घटना ने न केवल स्कूल के बच्चों को, बल्कि पूरे गांव को हिलाकर रख दिया है।