जबरन वसूली और मारपीट का आरोप मामले में कोर्ट ने कड़ा रूख अख्तियार किया है। उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले में थाना माखी के प्रभारी निरीक्षक पवन कुमार सोनकर और उनके साथ चार अन्य पुलिसकर्मियों के खिलाफ कोर्ट के आदेश पर केस दर्ज किया गया है। इन पर जबरन वसूली और मारपीट करने का आरोप है। यह मामला 24 फरवरी 2021 का है, जब कमल किशोर अपने प्लॉट पर निर्माण कार्य करा रहे थे और अचानक पुलिसकर्मी वहां पहुंच गए। आरोप है कि पुलिसकर्मियों ने निर्माण कार्य रोकने का आदेश दिया और बाद में कमल किशोर और उनके बेटे को धारा 151 सीआरपीसी के तहत गिरफ्तार कर लिया।
जेल से रिहा होने के बाद, कमल किशोर ने जिला अस्पताल में मेडिकल परीक्षण कराया और 1 मार्च 2021 को उन्नाव के एसपी को शिकायत भेजी। हालांकि, उनकी शिकायत पर एफआईआर दर्ज नहीं की गई। इसके बाद, कमल किशोर ने आरोप लगाया कि आरोपी पुलिसकर्मी उन्हें और उनके परिवार को झूठे मुकदमों में फंसाने की धमकी दे रहे थे।
इस पर कमल किशोर ने कोर्ट की शरण ली और सीआरपीसी की धारा 156(3) के तहत केस दर्ज करने की मांग की। कोर्ट ने मामले की सुनवाई के बाद माखी थाने को फिर से केस दर्ज करने का आदेश दिया। इसके बाद पुलिस ने तत्कालीन इंस्पेक्टर पवन कुमार सोनकर समेत सात पुलिसकर्मियों के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।