प्रयागराज में मौनी अमावस्या के दिन संगम में हुई भगदड़ की आग अभी बुझी भी नहीं थी कि महाकुंभ मेला क्षेत्र में एक और भीषण हादसा हो गया, जिसने मेला में कोहराम मचा दिया।
बुधवार रात करीब 11 बजे ओल्ड जीटी रोड से बड़ी संख्या में श्रद्धालु मेला क्षेत्र में प्रवेश कर रहे थे। उसी वक्त मुक्ति मार्ग पर किसी संत की गाड़ी तेजी से गुजर रही थी, जिससे भगदड़ की स्थिति बन गई। इस दौरान दो-तीन महिलाएं गिर पड़ीं, और इसी चपेट में आकर एक तेज रफ्तार कार ने सात श्रद्धालुओं को कुचल दिया।
हादसे में मरने वालों में एक बच्चा और छह महिलाएं शामिल हैं। घटना के तुरंत बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। सीओ रुद्र प्रताप ने बताया कि किसी महामंडलेश्वर की गाड़ी के कारण भगदड़ की स्थिति बनी, और मृतकों की शिनाख्त की जा रही है।
इससे पहले, महाकुंभ के दौरान मौनी अमावस्या पर गंगा स्नान के लिए आए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ ने एक और दुखद हादसा किया था। मंगलवार-गुरुवार की रात जब भीड़ का दबाव अत्यधिक बढ़ा, तो बैरियर टूटने से भीड़ अनियंत्रित हो गई। इसमें 90 श्रद्धालु घायल हुए थे, जिनमें से 30 की मौत हो गई। डीआईजी प्रयागराज वैभव कृष्णा ने घटना की पुष्टि करते हुए शोक व्यक्त किया है। इस प्रकार, इन दोनों घटनाओं में मरने वालों की संख्या बढ़कर 37 के करीब पहुंच गई है।