उत्तराखंड के त्यूणी क्षेत्र में पुलिस की बर्बरता का मामला सामने आया है। आरोप है कि छुट्टी पर घर आए सेना के जवान दीपक थापा के साथ पुलिस ने मारपीट की। घटना 12 जून की रात की बताई जा रही है, जब रायगी गांव निवासी दीपक थापा को पुलिस ने कथित रूप से रास्ते से उठाकर थाने ले जाकर बुरी तरह पीटा।
बताया जा रहा है कि पुलिसकर्मी उस वक्त नशे की हालत में थे। जवान के परिजनों और स्थानीय लोगों में इस घटना को लेकर भारी आक्रोश है। मामले की गंभीरता को देखते हुए चकराता विधायक प्रीतम सिंह ने इसका संज्ञान लिया है और राज्य सरकार पर कार्रवाई के लिए दबाव बनाया है।
विधायक प्रीतम सिंह ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को पत्र लिखकर दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने पुलिस की इस हरकत को “अमानवीय और शर्मनाक” बताया है। इसके साथ ही डीजीपी को भी पत्र भेजा गया है।
प्रीतम सिंह ने चेतावनी दी है कि अगर 18 जून तक कार्रवाई नहीं होती है तो वे त्यूणी थाने का घेराव करेंगे। साथ ही, उन्होंने कहा कि यदि इसके बाद भी न्याय नहीं मिला, तो वे न्यायालय का रुख करेंगे।
विधायक ने कहा कि सेना का जवान जो देश की सीमाओं की रक्षा करता है, उसके साथ इस तरह का व्यवहार बेहद निंदनीय है। सरकार को इस पर तत्काल संज्ञान लेना चाहिए और दोषियों को बख्शा नहीं जाना चाहिए।”
फिलहाल मामले को लेकर जांच की मांग तेज हो गई है। स्थानीय लोग भी विधायक के साथ खड़े नजर आ रहे हैं और न्याय की मांग कर रहे हैं।