अयोध्या में भाजपा की हार को लेकर सोशल मीडिया पर शुरू हुई जुबानी जंग भी नहीं थम रही। कोई वीडियो और रील डालकर तो कोई संदेशों के माध्यम से अयोध्यावासियों पर कटाक्ष कर रहा है।
एक खेमा लानत-मलानत कर रहा तो दूसरी तरफ का मोर्चा संभालने वाले इस पर सफाई देते हुए अपने बचाव में तर्क दे रहे हैं। उदाहरण के तौर पर एक संत का वीडियो पिछले दो दिनों से वायरल हो रहा है। इसमें वह रोते हुए कहते दिख रहे कि पूरे भारत में भाजपा हार जाती तो कोई बात नहीं थी। अयोध्या जीतती तो पूरी दुनिया जय श्रीराम कहती। आज लग रहा कि अयोध्या वासियों ने फिर से वो त्रेता लौटा दिया, जब मां सीता और प्रभु श्रीराम को 14 वर्ष का वनवास कर दिया गया था।
दर्शन-पूजन के लिए पहुंच रहे श्रद्धालु भी पूछ रहे सवाल
अयोध्या धाम में लोकसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद से रामलला के दर्शन के लिए पहुंच रहे श्रद्धालु भी यहां के दुकानदारों और पुजारियों से सवाल कर रहे हैं कि ऐसा कैसे हो गया। होटल व्यवसायी अनूप गुप्त ने बताया कि पिछले दो दिनों से वे परेशान हैं। यहां जो भी पर्यटक आ रहे, सबसे पहले चुनावी नतीजे पर ही चर्चा कर रहे हैं।
जवाब देते-देते थक गए हैं। रेस्टोरेंट संचालक अचल ने भी ऐसा ही अनुभव बताया। उन्होंने कहा कि बाहर से आने वाले खाने का ऑर्डर बाद में देते हैं, पहले पूछते हैं कि जिसने राममंदिर बनवाया, यहां के लोगों ने उन्हें हरा क्यों दिया? दुनियाभर में अयोध्या का नाम बदनाम हुआ। इससे आहत तो अयोध्यावासी भी हैं। रामनगर की रहने वाली मीना सधवानी ने लिखा कि अयोध्यावालों ने पूरे देश में अपना नाम खराब कर लिया।