उत्तराखण्ड कुमाऊं गढ़वाल देहरादून मौसम हिल दर्पण

बारिश बनी आफत… बर्फबारी और ओलावृष्टि की आशंका, अलर्ट जारी

खबर शेयर करें -

उत्तराखंड में बीते कुछ दिनों से रुक-रुक कर हो रही बारिश ने जहां मैदानी इलाकों में गर्मी से राहत दी है, वहीं पर्वतीय क्षेत्रों में यह अब परेशानी का कारण बनने लगी है। मौसम विभाग ने बुधवार और गुरुवार को राज्य के कई हिस्सों में तेज बारिश की संभावना जताई है, जिससे गाड़-गदेरों का जलस्तर बढ़ने का खतरा है।

यह भी पढ़ें 👉  त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव... भाजपा की रणनीति तेज, इन्हें मिली जिम्मेदारी

मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक डॉ. बिक्रम सिंह ने बताया कि बुधवार को प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में हल्की बारिश के आसार हैं, जबकि पर्वतीय जिलों में तेज बारिश और ओलावृष्टि की संभावना है। इन हालातों को देखते हुए उत्तरकाशी और रुद्रप्रयाग जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। इन क्षेत्रों में बर्फबारी की भी संभावना जताई गई है।

यह भी पढ़ें 👉  उत्तराखंड में हेलिकॉप्टर हादसे!... हाईकोर्ट सख्त, कहा- कमी कहां है, जिम्मेदार कौन?

चारधाम यात्रा पर निकले तीर्थयात्रियों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है। मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि बारिश और ओलावृष्टि के दौरान गाड़-गदेरों के समीप न रुकें और गर्म कपड़े व आवश्यक सामग्री साथ रखें, क्योंकि तापमान में गिरावट हो सकती है।

यह भी पढ़ें 👉  अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस...उत्तराखंड को मिली पहली राज्य योग नीति, सीएम धामी ने किया अनावरण

डॉ. सिंह ने बताया कि आगामी 10 मई तक प्रदेशभर में मौसम में उतार-चढ़ाव बना रहेगा।

 

 

हिल दर्पण डेस्क

हिल दर्पण डेस्क

About Author

"हिल दर्पण" उत्तराखण्ड तथा देश-विदेश की ताज़ा ख़बरों व समाचारों का एक डिजिटल माध्यम है। अपने विचार अथवा अपने क्षेत्र की ख़बरों को हम तक पहुंचानें हेतु संपर्क करें। धन्यवाद! Email: [email protected]

You may also like

उत्तराखण्ड धर्म/संस्कृति बागेश्वर

उत्तराखंड को माना जाता है शिवजी का ससुराल, यह है मान्यता      

खबर शेयर करें -उत्तराखंड में कई प्राचीन शिव मंदिर हैं जिनके बारे में मान्यता है कि सच्चे मन से मांगी
उत्तराखण्ड देहरादून मौसम

*मौसम विभाग की चेतावनी- पहाड़ों में होगी बारिश और बर्फबारी, कोहरे की आगोश में रहेंगे यह जिले*

खबर शेयर करें -देहरादून। उत्तराखंड में एक बार फिर मौसम बदलने को तैयार है। इस बीच उच्च हिमालयी क्षेत्रों में