उत्तराखंड में मानसून सक्रिय हो गया है और लगातार बारिश के चलते पहाड़ी जिलों में भूस्खलन (लैंडस्लाइड) और नदी-नालों के उफान की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। राजधानी देहरादून सहित कई क्षेत्रों में जलस्तर बढ़ने की आशंका जताई गई है। प्रशासन ने एहतियात के तौर पर अलर्ट जारी कर दिया है और लोगों से सतर्क रहने की अपील की है।
यूएसडीएमए ने की पुख्ता तैयारी
उत्तराखंड राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (यूएसडीएमए) के अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी राज कुमार नेगी ने बताया कि राज्य के 13 जिलों के जिलाधिकारियों और सभी नोडल एजेंसियों को पहले से विस्तृत दिशा-निर्देश दे दिए गए हैं।
मौसम विभाग द्वारा 16 और 17 जून को भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। इसे देखते हुए अब तक पाँच उच्च स्तरीय बैठकें की जा चुकी हैं। जिलावार शेल्टर हाउस, मेडिकल बैकअप, NDRF, SDRF, जल पुलिस, और अन्य राहत एजेंसियों की उपलब्धता सुनिश्चित कर ली गई है।
सुरक्षा एजेंसियों के साथ समन्वय
आपदा से निपटने के लिए एयरफोर्स, आर्मी, सीआरपीएफ और अन्य केंद्रीय बलों के साथ संयुक्त रणनीति तैयार कर ली गई है। सभी एजेंसियों के साथ रैपिड एक्शन प्लान पर काम हो रहा है ताकि किसी भी आपात स्थिति में त्वरित प्रतिक्रिया दी जा सके।
एसएसपी ने दिए अलर्ट रहने के निर्देश
एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि भारी बारिश को देखते हुए सभी थाना प्रभारियों को अलर्ट कर दिया गया है। उन्हें निर्देश दिए गए हैं कि वे नदी किनारे रहने वाले लोगों को लाउडस्पीकर के माध्यम से सतर्क करें और उन्हें सुरक्षित स्थानों पर पहुंचने की सलाह दें।