उत्तराखंड में पिछले दो दिनों से लगातार हो रही बारिश के चलते पहाड़ों और मैदानी क्षेत्रों में आवागमन बुरी तरह प्रभावित हो गया है।
नदियों का जलस्तर बढ़ने के साथ-साथ, बदरीनाथ और हाईवे बंद होने के कारण कई तीर्थयात्री और स्थानीय लोग फंसे हुए हैं। प्रशासन ने कई यात्रियों को सुरक्षित स्थानों पर रोक दिया है, जबकि मार्ग खुलने के बाद कुछ ने यात्रा जारी रखी है। खराब मौसम के कारण केदारनाथ यात्रा भी दूसरे दिन बंद रही।
राज्य में बारिश और मलबा आने के कारण 324 मार्ग बंद हैं। सबसे अधिक 57 मार्ग पौड़ी जिले में, 56 नैनीताल में, 50 चमोली में, 42 पिथौरागढ़ में, और 39 चंपावत में बंद हैं। अन्य जिलों में भी मार्ग बंद हैं।
आपदा प्रबंधन सचिव विनोद कुमार सुमन ने बताया कि लगातार बारिश के कारण मार्ग खोलने में कठिनाइयाँ आ रही हैं। लोक निर्माण विभाग के प्रमुख दीपक यादव के अनुसार, इतनी बड़ी संख्या में मार्ग बंद होने की स्थिति पहले कभी नहीं आई थी।
सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए मार्ग खोलने का प्रयास जारी है, और शुक्रवार को 62 मार्ग फिर से खोले गए हैं। वहीं, टिहरी बांध का जलस्तर 827.32 मीटर पर पहुँच गया है, जबकि अधिकतम स्तर 830 मीटर है।