लोकसभा में केंद्रीय बजट पर चर्चा के दौरान भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर ने विपक्षी नेता राहुल गांधी पर तीखा हमला किया। उन्होंने राहुल गांधी को ‘जीरो’ की संज्ञा देते हुए एक पंपलेट दिखाया, जिसमें 12 लाख रुपये तक की आय को टैक्स फ्री करने की बात कही गई थी, और इसके साथ ही चुनावी “जीरो” पर तंज कसते हुए कहा कि राहुल गांधी को “जीरो चेक” कर लेना चाहिए। ठाकुर ने राहुल गांधी की पार्टी कांग्रेस को निशाने पर लेते हुए कहा कि राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस को 2014 के लोकसभा चुनाव से लेकर हाल के दिल्ली विधानसभा चुनाव तक शून्य सीटें मिली हैं।
आगे बढ़ते हुए ठाकुर ने आरोप लगाया कि कांग्रेस के शासनकाल में देश की बजाय एक परिवार को तरजीह दी गई थी, जबकि आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार में भारत को “सक्षम” देश बनाया गया है। उन्होंने कांग्रेस की सरकारों पर “कर आतंकवाद” लागू करने का आरोप लगाया और कहा कि मोदी सरकार ने पहली बार मध्यम वर्ग के करोड़ों लोगों को राहत देते हुए 12 लाख रुपये तक की आय को करमुक्त किया है।
ठाकुर ने राहुल गांधी के बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि कांग्रेस के नेता बजट को “बैंडेज बजट” कह रहे हैं, लेकिन उनके मुताबिक यह बजट “बूस्टर शॉट बजट” है। उन्होंने कहा, “कांग्रेस ने घाव पर घाव दिए, हमने मरहम लगाया है।”
अनुराग ठाकुर ने कांग्रेस शासनकाल के घोटालों का भी जिक्र किया, जैसे 2जी, कोयला और कॉमनवेल्थ घोटाले, और कहा कि कांग्रेस के समय में “स्कैम भारत” था, लेकिन आज प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत “सक्षम भारत” बन चुका है। उन्होंने दिल्ली विधानसभा चुनाव के परिणामों का हवाला देते हुए कहा कि दिल्ली में कांग्रेस लगातार छठे चुनाव में शून्य पर सिमट गई है।
ठाकुर ने इस दौरान कांग्रेस और विपक्षी दलों की नीति को भी आड़े हाथ लिया, जो देश को जाति और क्षेत्रीय आधार पर बांटने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में देश एकजुट रहेगा। इसके साथ ही, ठाकुर ने राहुल गांधी को निशाने पर लेते हुए कहा कि राहुल को राजकोषीय घाटे की चिंता करनी चाहिए, जबकि प्रधानमंत्री मोदी इस पर ध्यान दे रहे हैं।
ठाकुर ने यह भी याद दिलाया कि 1970 में इंदिरा गांधी के शासनकाल में मध्यम वर्ग पर 97.5 प्रतिशत तक आयकर लगाया गया था और वह इसे सदन में प्रस्तुत करने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन पीठासीन सभापति ने अनुमति नहीं दी। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस के समय जो कर मध्यम वर्ग देता था, वह सिर्फ कांग्रेस की तिजोरी भरने के लिए था, लेकिन अब मोदी सरकार ने कर राहत की दिशा में कदम बढ़ाया है।