सोशल मीडिया चैटिंग के जरिए बुजुर्गों और भावनात्मक रूप से कमजोर लोगों को फांसने वाली हसीनाओं का चौंकाने वाला मामलाप्रकाश में आया है। उत्तर प्रदेश की मुरादाबाद पुलिस ने ऐसे ही हनी ट्रैप गैंग का भंडाफोड़ करते हुए दो महिलाओं समेत चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। यह गिरोह बुजुर्गों को अपने जाल में फंसाकर फ्लैट में बुलाता था और फिर उनका अश्लील वीडियो बनाकर लाखों रुपये की ब्लैकमेलिंग करता था।
गिरफ्तार आरोपियों में शामिल महक और रानी नाम की दो महिलाएं सोशल मीडिया पर सक्रिय थीं और वहां ऐसे व्यक्तियों की तलाश करती थीं जो अकेले हों, रिटायर्ड हों या भावनात्मक रूप से कमजोर हों। ये महिलाएं पहले दोस्ती बढ़ाती थीं, फिर चैटिंग और वीडियो कॉलिंग के जरिए नजदीकियां बनाकर पीड़ितों को मिलने के लिए बुलाती थीं।
हाल ही में ठाकुरद्वारा के रहने वाले एक रिटायर्ड कर्मचारी को महक नाम की महिला ने अपने झांसे में लिया और उसे सिविल लाइंस स्थित एक फ्लैट में बुलाया। फ्लैट में महिला ने उसे बहला-फुसलाकर अश्लील वीडियो बना लिया। तभी फ्लैट में छिपे बैठे उसके तीन साथी – राहुल शर्मा, राधेश्याम और रानी – बाहर निकल आए और केस में फंसाने की धमकी देकर 10 लाख रुपये की रंगदारी मांगने लगे।
डर के कारण पीड़ित ने मौके पर 50 हजार रुपये दे दिए और बाकी रकम लाने का बहाना बनाकर चारों को अपनी कार में बैठा लिया। जैसे ही कार सिविल लाइंस थाना क्षेत्र में पहुंची, पीड़ित ने पुलिस को देखकर शोर मचा दिया। मौके पर पहुंची पुलिस ने चारों को गिरफ्तार कर लिया।
जांच के दौरान यह भी सामने आया कि गैंग के दो और सदस्य – सोनू शर्मा और अमन – दूसरी कार में उनका पीछा कर रहे थे, लेकिन पुलिस को देखकर फरार हो गए। उनकी तलाश जारी है।
गिरफ्तार राहुल शर्मा पर गैंगस्टर एक्ट और आर्म्स एक्ट समेत आठ गंभीर मुकदमे दर्ज हैं, जबकि राधेश्याम पर सात मामले दर्ज हैं। वहीं महक पर अपने प्रेमी के साथ मिलकर अपने पिता की हत्या का आरोप है।
महक मूल रूप से थाना नागफनी क्षेत्र की रहने वाली है और वर्तमान में दीनदयाल नगर में किराये पर रह रही है, जबकि रानी भी नागफनी थाना क्षेत्र के गुलाबरा का बाग इलाके की निवासी है।
महक और रानी दोनों सोशल मीडिया पर एक्टिव थीं और वहां से ऐसे व्यक्तियों को निशाना बनाती थीं जो भावनात्मक रूप से कमजोर हों या पारिवारिक रूप से अकेले हों। एक बार दोस्ती हो जाने के बाद ये महिलाएं उन्हें फ्लैट में बुलाकर अपने साथियों की मदद से अश्लील वीडियो बनातीं और फिर केस में फंसाने की धमकी देकर लाखों रुपये की ब्लैकमेलिंग करती थीं।
एसपी सिटी कुमार रणविजय सिंह ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है और फरार दो अन्य साथियों की तलाश की जा रही है। थाना प्रभारी मनीष सक्सेना के मुताबिक, इस गिरोह ने पहले भी कई लोगों को इसी तरह ब्लैकमेल किया है।