हल्द्वानी। भारतीय जनता पार्टी कुमाऊं संभाग कार्यालय में आज देश के प्रधानमंत्री के सामाजिक राजनीतिक यात्रा वृतांत पर आधारित पुस्तक पॉवर विदिन : द लीडरशिप लीगेसी ऑफ नरेंद्र मोदी, का विमोचन एवं गोष्ठी कार्यक्रम आयोजित किया गया , नैनीताल उधमसिंह नगर लोकसभा सांसद अजय भट्ट ने आर बालसुब्रमण्यम द्वारा लिखित पुस्तक का विमोचन एवं पुस्तक के विषय पर समीक्षा की ।
सांसद अजय भट्ट ने पुस्तक की समीक्षा करते हुए कार्यकर्ताओ को बताया प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की एक नेता के रूप में यात्रा और भारत व दुनिया पर उनके प्रभाव की गहन पड़ताल पुस्तक में की गई है। यह पुस्तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नेतृत्व शैली, शासन और 2014 में प्रधानमंत्री बनने के बाद उनके द्वारा आकार दिए गए सामाजिक-राजनीतिक परिदृश्य के विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डालती है।
सांसद अजय भट्ट ने कहा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व की विरासत बहुआयामी है, जो दृष्टिवादी नीतियों को एक मजबूत सांस्कृतिक और राष्ट्रवादी कथानक के साथ मिलाती है। उनके दृष्टिवादी दृष्टिकोण से लेकर उनकी अडिग राष्ट्रवादी अपील तक प्रधानमंत्री मोदी की यात्रा को विश्वास, अनुशासन और घरेलू और वैश्विक कथाओं को आकार देने की क्षमता के रूप में चित्रित किया गया है। उन्हें कई लोग एक ऐसे नेता के रूप में देखते हैं जिन्होंने भारत को वैश्विक मंच पर लाने, उसकी अर्थव्यवस्था को मजबूत करने, और राष्ट्रीय गर्व को पुनर्जीवित करने में मदद की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की विरासत एक ऐसे नेता की होगी जिसने भारतीय राजनीति के परिदृश्य को बदल दिया, आधुनिकता को परंपरा के साथ मिलाया, और भारत के भविष्य पर अमिट छाप छोड़ी।
सांसद अजय भट्ट ने कार्यक्रम में मौजूद समस्त कार्यकर्ताओं से पॉवर विदिन : द लीडरशिप लीगेसी ऑफ नरेंद्र मोदी पुस्तक अवश्य पढ़ने को कहा जिससे कार्यकर्ता प्रधानमंत्री की विश्व का नेतृत्व करने की क्षमता के पीछे का त्याग , समर्पण और अनुशासित जीवन शैली को आत्मसात कर भविष्य के कर्णधार बन सकें ।
कार्यक्रम में जिलाध्यक्ष प्रताप बिष्ट , प्रदीप बिष्ट , प्रकाश रावत , चंदन बिष्ट , साकेत अग्रवाल , दीपक मेहरा , लाखन निगलटिया, बेला तोलिया , गीता ठाकुर , जोगेंद्र रौतेला , गजराज बिष्ट , रंजन बरगली , नवीन भट्ट , प्रतिभा जोशी , मदन फर्त्याल , योगेश रजवार , प्रताप रैकवाल , प्रगति जैन , वन्दना पंत , सुरेंद्र नदगली समेत भाजपा कार्यकर्ता मौजूद रहे ।