उत्तराखंड में पंचायत चुनावों को लेकर सियासी तापमान एक बार फिर चढ़ने लगा है। लंबे समय से लंबित इन चुनावों को लेकर अब कांग्रेस ने सत्तारूढ़ भाजपा सरकार पर सीधा हमला बोला है।
कांग्रेस नेताओं का कहना है कि राज्य सरकार जानबूझकर पंचायत चुनाव टाल रही है, जिससे लोकतांत्रिक प्रणाली कमजोर हो रही है। पार्टी का आरोप है कि भाजपा सरकार पंचायत व्यवस्था के अधिकारों को समाप्त कर, ग्रामीण विकास की रीढ़ मानी जाने वाली संस्थाओं को अस्थिर करने का प्रयास कर रही है।
इस मुद्दे पर नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने सरकार पर तीखा प्रहार करते हुए कहा, “एक देश, एक चुनाव की बात करने वाली भाजपा राज्य में जिला और जनपद पंचायत चुनाव तक नहीं करा पा रही है। ग्राम पंचायतें असली सरकार होती हैं, लेकिन चुनाव न होने के कारण गांवों में विकास कार्य ठप पड़े हैं।”
उन्होंने आरोप लगाया कि पंचायती राज अधिनियम का उल्लंघन करते हुए सरकार संविधान की मर्यादाओं को तोड़ रही है। “सरकार केवल प्रचार में व्यस्त है और जमीन पर लोकतंत्र कमजोर होता जा रहा है,” आर्य ने कहा।
राजनीतिक जानकारों का मानना है कि पंचायत चुनावों की देरी से ग्रामीण क्षेत्रों में असंतोष बढ़ रहा है और कांग्रेस इसी मुद्दे को आधार बनाकर आगामी चुनावों में भाजपा को घेरने की तैयारी में है।
अब देखना यह होगा कि राज्य सरकार पंचायत चुनावों को लेकर कब तक कोई ठोस निर्णय लेती है, या यह मुद्दा आगामी विधानसभा सत्र और चुनावी रणनीतियों का प्रमुख हिस्सा बनता है।