उत्तराखंड की राजनीति में एक बार फिर उथल-पुथल देखने को मिल रही है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की विधानसभा क्षेत्र चंपावत के टनकपुर नगर पालिका में बड़ा राजनीतिक घटनाक्रम सामने आया है। यहां पांच सभासदों ने सामूहिक रूप से इस्तीफा देकर नगर पालिका प्रशासन में खलबली मचा दी है।
इस्तीफा देने वाले सभासदों में वार्ड नंबर 3 से दिलदार अली, वार्ड नंबर 4 से वकील अहमद, वार्ड नंबर 7 से चर्चित शर्मा, वार्ड नंबर 8 से आशा भट्ट और वार्ड नंबर 9 से बबीता वर्मा शामिल हैं। सभी ने पालिका प्रशासन पर तानाशाही और उपेक्षा का आरोप लगाते हुए कहा कि वे छह महीने से अपने-अपने वार्डों में कोई विकास कार्य नहीं करा पा रहे थे।
सभासदों ने नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी (ईओ) भूपेंद्र प्रकाश जोशी के माध्यम से अपना इस्तीफा कुमाऊं कमिश्नर को भेजा है। इस्तीफे में उन्होंने नगर पालिका के वरिष्ठ सहायक पर भी गंभीर आरोप लगाए हैं, जिसमें जानकारी मांगने पर असहयोगात्मक रवैया और जनप्रतिनिधियों की उपेक्षा शामिल है।
ईओ ने नाराज सभासदों को मनाने की कोशिश की, लेकिन फिलहाल वे अपने फैसले पर अड़े हुए हैं। सभासदों का कहना है कि जब चुने हुए प्रतिनिधियों की कोई सुनवाई नहीं हो रही है, तो उनके पद का भी कोई औचित्य नहीं है। उन्होंने नगर पालिका प्रशासन पर ‘हिटलरशाही’ का आरोप भी लगाया है।
इस घटनाक्रम के बाद नगर पालिका परिषद टनकपुर में माहौल गरमा गया है। वहीं, नगर पालिका अध्यक्ष की ओर से अभी तक कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है, और उनका कार्यालय न आना भी चर्चाओं में बना हुआ है। पालिका प्रशासन ने अब नाराज सभासदों को मनाने की कोशिशें तेज कर दी हैं।