केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की सुरक्षा व्यवस्था में एक बड़ा उलटफेर हुआ है। अब उनके आवास की सुरक्षा में तैनात दिल्ली पुलिस के जवानों को अंदरूनी हिस्सों से हटाकर बाहरी इलाके में तैनात किया गया है, जबकि केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) के जवानों को शाह के घर के अंदरूनी हिस्सों की सुरक्षा सौंप दी गई है।
इंडियन एक्सप्रेस के कॉलम ‘दिल्ली कॉन्फिडेंशियल’ के मुताबिक, यह बदलाव केंद्रीय मंत्री के संभावित खतरे और सुरक्षा बलों के बीच बेहतर समन्वय को ध्यान में रखते हुए किया गया है। नई व्यवस्था के अनुसार, अब शाह के काफिले की सुरक्षा का जिम्मा भी CRPF के पास होगा। इसके लिए एक नई मानक संचालन प्रक्रिया तैयार की गई है, जिसमें दोनों एजेंसियों की ड्यूटी को स्पष्ट रूप से निर्धारित किया गया है।
इससे पहले, 2019 में शाह की सुरक्षा की समीक्षा के बाद दिल्ली पुलिस ने उनके नई दिल्ली स्थित आवास पर 50 अतिरिक्त सुरक्षाकर्मियों की तैनाती की थी। इसके साथ ही, गृह मंत्री की सुरक्षा बढ़ाने के लिए SWAT टीम की भी तैनाती की गई थी।
अमित शाह को जेड प्लस सुरक्षा कवच प्राप्त है, जो उनके उच्च सुरक्षा स्तर को दर्शाता है। बावजूद इसके, पिछले साल मुंबई और रांची दौरे के दौरान उनकी सुरक्षा में सेंध लगने की घटनाएं हुई थीं, जिसके बाद सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट हो गईं और सुरक्षा में और बेहतर समन्वय की कोशिशें की जा रही हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गांधी परिवार को एसपीजी सुरक्षा मिलने के बाद, शाह दूसरे ऐसे बड़े नेता हैं जिन्हें जेड प्लस सुरक्षा मिली हुई है। इस सुरक्षा कवच में कम से कम 55 सुरक्षाकर्मी तैनात होते हैं, जिनमें CRPF और NSG के कमांडो भी शामिल होते हैं, जो जरूरत के अनुसार तैनात किए जाते हैं। इसके अलावा, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, यूपी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, एमके स्टालिन और उद्धव ठाकरे जैसे अन्य बड़े नेताओं को भी उच्च सुरक्षा प्राप्त है।