पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में लोगों का गुस्सा थम नहीं रहा है और हालात बेहद तनावपूर्ण हैं।
सोमवार को शहबाज शरीफ सरकार ने 23 अरब रुपये का सब्सिडी पैकेज पीओके के लिए जारी किया था, लेकिन इससे भी आंदोलनकारी संतुष्ट नहीं हुए और शाम को हिंसा भड़क गई। सुरक्षाबलों ने बल प्रयोग किया, जिसमें 3 लोगों की मौत हो गई। इसके अलावा 6 लोग जख्मी भी हुए हैं। इससे पहले शहबाज शरीफ सरकार ने 23 अरब का पैकेज जारी किया था, जिसमें गेहूं और बिजली की सब्सिडी शामिल है। इसके तहत अब पीओके में 40 किलो आटे का पैकेज 2000 रुपये में मिलेगा, जो अब तक 3100 तक मिल रहा था।
इसके अलावा बिजली की दरों में भी कुछ छूट के ऐलान हुए हैं, लेकिन पीओके के लोगों का गुस्सा थमा नहीं है। शुक्रवार से चल रहा आंदोलन अब भी जारी है और इसमें शामिल जॉइंट अवामी ऐक्शन कमेटी का कहना है कि इस बारे में आज फैसला लेंगे। कमेटी का कहना है कि पीओके में खाने, ईंधन और जरूरी सामानों की कीमत बहुत ज्यादा है।
मुख्य तौर पर अवामी कमेटी कारोबारियों का संगठन है, लेकिन इसे आम लोगों का भी बड़े पैमाने पर समर्थन मिल रहा है। खासतौर पर लोगों का आरोप है कि पाकिस्तान पीओके के संसाधनों का दोहन कर रहा है, लेकिन वहां के नागरिक मूलभूत सुविधाओं के लिए भी तरस रहे हैं।