इस मामले में पीड़ित को डरा-धमका कर मांगे थे दस हजार
देहरादून। भ्रष्टाचार के खिलाफ विजिलेंस ने एक और बड़ी कार्रवाई की है। हरिद्वार जिले की लक्सर तहसील के संग्रह अमीन व अनुसेवक को रिश्वत लेते रंगेहाथ दबोचा है। दोनों पीड़ित को डरा-धमका कर दस हजार रूपये रिश्वत ले रहे थे।
जानकारी के मुताबिक शिकायतकर्ता ने सतर्कता अधिष्ठान के ट्रोल फ्री न0 1064 पर शिकायत अंकित करायी कि उसने अपने नाम के टेम्पो ट्रेवलर व अपनी पत्नी नाम से मिनी बस को करीब 3-4 साल पहले बेच दिया था। साथ ही बेचने सम्बन्धी कागजात गलती से आग में जल जाने के कारण नष्ट हो गये थे। जिस कारण उक्त वाहन किसको बेचा। जिसकी जानकारी उसे नहीं थी। उक्त दोनों वाहनों की वसूली के सम्बन्ध में जारी आरसी को परिवहन विभाग को वापस करने व जेल भेजने से बचाने के एवज में संग्रह अमीन रवि पाल द्वारा रिश्वत की माँग की गयी।
शिकायतकर्ता रिश्वत नहीं देना चाहता था, तथा भ्रष्ट कर्मचारी के खिलाफ कानूनी कार्यवाही चाहता था। इधर शिकायत पर सतर्कता अधिष्ठान सैक्टर देहरादून द्वारा जाँच प्रथम दृष्टया सही पाये जाने पर तत्काल ट्रैप टीम का गठन किया गया। टीम ने नियमानुसार कार्यवाही करते हुए शुक्रवार को रवि पाल हाल संग्रह अमीन तहसील लक्सर व पदम प्रकाश हाल अनुसेवक तहसील लक्सर जनपद हरिद्वार को शिकायतकर्ता से दस हजार रूपये की रिश्वत लेते हुये बालावाली तिराहा कस्बा लक्सर जनपद हरिद्वार से रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया है। आरोपी से पूछताछ जारी है। प्रकरण में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के अन्तर्गत प्रकरण दर्ज कर अग्रिम अनुसंधान किया जायेगा। निदेशक सतर्कता डॉ० वी० मरूगेसन, ने ट्रैप टीम को नकद पुरस्कार से पुरस्कृत करने की घोषणा की गयी।