हल्द्वानी। सांप्रदायिक सौहार्द के लिए पहचाने जाने वाला हल्द्वानी शहर वनभूलपुरा कांड के बाद से बार-बार तनाव की चपेट में आता दिख रहा है। छोटी-छोटी घटनाओं पर भी माहौल बिगड़ने लगता है। आरोप हैं कि कुछ तत्व शहर की शांति को राजनीतिक लाभ के लिए निशाना बना रहे हैं। रविवार रात भी इसी तरह का तनावपूर्ण माहौल देखने को मिला, जिसमें कुछ निर्दोष लोग भीड़ के हमले का शिकार बने और निजी व सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचा।
रविवार शाम बरेली रोड के उजाला नगर क्षेत्र में धार्मिक स्थल के पास पशु के अवशेष मिलने की खबर फैलते ही माहौल गर्म हो गया। कई लोग इसे धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने की साजिश बताने लगे। देखते ही देखते भीड़ इकट्ठा हो गई और पथराव व तोड़फोड़ शुरू हो गई। आरोप है कि कुछ लोगों को चिन्हित कर उनके साथ मारपीट का प्रयास भी किया गया।
पुलिस और प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंचे और स्थिति की वास्तविकता समझाने की कोशिश की कि अवशेष किसी इंसान द्वारा नहीं, बल्कि कुत्ते द्वारा लाए गए हैं। इसके बावजूद भीड़ उग्र बनी रही, जिसके बाद पुलिस ने मजबूरी में लाठीचार्ज कर भीड़ को खदेड़ा। कई लोगों को हिरासत में लिया गया। समय रहते पुलिस ने मोर्चा संभाला, नहीं तो हालात और गंभीर हो सकते थे।
जब पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज खंगाला तो चौंकाने वाली सच्चाई सामने आई—फुटेज में एक कुत्ता पशु का अवशेष मुंह में दबाकर लाता और धार्मिक स्थल के पास छोड़ता दिखा। पुलिस सूत्रों के मुताबिक कुत्ता यह अवशेष पास के जंगल से उठा लाया था। इसके बाद पुलिस ने यह तथ्य प्रदर्शनकारियों को बताया, तब जाकर धीरे-धीरे माहौल शांत होने लगा।
सांप्रदायिक रंग देने वालों पर कार्रवाई की मांग
विधायक सुमित हृदयेश ने घटना की निंदा की और कहा कि अफवाहों के कारण माहौल बिगड़ा। कुछ तत्वों ने इसे साम्प्रदायिक रंग देने का प्रयास किया, जो बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने लोगों से शांति बनाए रखने और अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की। उन्होंने कहा कि पुलिस के पास पर्याप्त साक्ष्य हैं और दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई अवश्य होगी।
**फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है और शहर में शांतिपूर्ण माहौल बहाल करने के लिए पुलिस-प्रशासन मुस्तैदी से डटा हुआ है।**


