उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को देहरादून में आयोजित कार्यक्रम में उत्तराखंड महक क्रांति नीति 2026–36 का शुभारंभ किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि विभिन्न क्षेत्रों में किए गए अभूतपूर्व कार्यों के चलते आज उत्तराखंड देश के अन्य राज्यों के लिए एक आदर्श बनकर उभरा है और आने वाले समय में महक क्रांति के क्षेत्र में भी राज्य पूरे देश के लिए मिसाल पेश करेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह नीति पूरी तरह से अन्नदाता को समर्पित है। इसके तहत प्रदेश में सात प्रमुख एरोमा फसलों का विकास किया जाएगा और पांच सैटेलाइट सेंटरों का लोकार्पण भी किया गया है। उन्होंने बताया कि कार्यक्रम के दौरान कई महत्वपूर्ण एमओयू भी किए गए हैं, जिससे विशेष रूप से तिमूर जैसी सुगंधित फसलों को नई दिशा मिलेगी।
सीएम धामी ने कहा कि महक क्रांति नीति से किसानों को उत्पादन के साथ-साथ पैकेजिंग और ब्रांडिंग में भी सहायता दी जाएगी, जिससे उनकी उपज को बेहतर बाजार मिलेगा और आय में वृद्धि होगी। उन्होंने कहा कि इस नीति के माध्यम से ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी और रोजगार के नए अवसर सृजित होंगे।
मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व की सराहना करते हुए कहा कि देश विकसित भारत के संकल्प को साकार करने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है। केंद्र सरकार किसानों की आय दोगुनी करने के उद्देश्य से लगातार प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि आज देशभर के 11 करोड़ से अधिक किसानों को किसान सम्मान निधि योजना के माध्यम से आर्थिक सहायता दी जा रही है, साथ ही प्रमुख फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य में वृद्धि कर किसानों की आय बढ़ाई जा रही है।
सीएम धामी ने बताया कि उत्तराखंड सरकार प्रदेश में श्री अन्न (मिलेट्स) के उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए मिलेट्स में किए गए निवेश पर 80 प्रतिशत तक अनुदान प्रदान कर रही है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार किसानों के हित में निरंतर कार्य कर रही है और महक क्रांति नीति उत्तराखंड के कृषि क्षेत्र को नई ऊंचाइयों तक ले जाएगी।


