उत्तराखंड से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जो इन दिनों चर्चा का विषय बना हुआ है। राजधानी देहरादून के राजपुर रोड स्थित साईं मंदिर के पास एक होम स्टे में देर रात रेव पार्टी का आयोजन किया गया था। सूचना मिलते ही पुलिस और एंटी नारकोटिक टास्क फोर्स (एएनटीएफ) की टीम मौके पर पहुंची और छापेमारी की। बताया जा रहा है कि इस पार्टी में करीब 150 लोग शामिल थे, जिनमें कई सफेदपोश और रसूखदार लोग भी मौजूद थे।
सूत्रों के मुताबिक, यह पार्टी एक बड़े राजनीतिक परिवार से जुड़े व्यक्ति के भाई द्वारा आयोजित की गई थी। पुलिस की कार्रवाई के दौरान आयोजक ने कथित रूप से अपनी राजनीतिक पहुंच का हवाला देते हुए उच्च अधिकारियों को फोन करने शुरू कर दिए। इसके बाद राजपुर थाना पुलिस को भी मौके पर बुलाया गया। चर्चा है कि एक वरिष्ठ अधिकारी के हस्तक्षेप के बाद पूरे मामले को गंभीर रूप से लेने के बजाय केवल 11 लोगों का चालान कर मामले को निपटा दिया गया।
मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि पार्टी में ‘सूखा नशा’ परोसे जाने की भी चर्चा है, हालांकि पुलिस ने मौके से किसी भी प्रकार के नशे की बरामदगी से इनकार किया है। पुलिस के अनुसार, 11 लोगों का मेडिकल कराया गया, जिसमें वे नशे की हालत में नहीं पाए गए।
एसएसपी अजय सिंह के कार्यालय से जारी प्रेस नोट के मुताबिक, साईं मंदिर के पास होम स्टे में बिना अनुमति के पार्टी की जा रही थी। सीओ सिटी कुश मिश्रा की अगुवाई में पुलिस टीम ने मौके पर पहुंचकर कार्रवाई की। पुलिस ने बताया कि यह एक बर्थडे पार्टी थी, और नशीले पदार्थों का कोई इस्तेमाल नहीं हुआ। बिना अनुमति पार्टी करने पर 11 लोगों का पुलिस एक्ट में चालान किया गया।
एसएसपी अजय सिंह ने निर्देश दिए हैं कि वीकेंड पर बिना अनुमति देर रात तक चलने वाली पार्टियों पर सख्ती से कार्रवाई की जाए। साथ ही ऐसे आयोजनों की समय-समय पर चेकिंग करने और आयोजकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के निर्देश भी दिए गए हैं।